#Chennai floods : बाढ़ से तबाह हुई जिंदगी, छह दिसम्बर तक एयरपोर्ट बंद

चेन्नई :बारिश की मार झेल रहे चेन्नई में हवाई और सडक यातायात बुरी तरह प्रभावित हो गया है.तमिलनाडु के कई तटीय इलाके जलमग्न हो गए हैं. पिछले सौ वर्षों में हुई अभूतपूर्व बारिश के कारण महानगर, इसके उपनगरीय इलाके और पडोसी जिले में पानी ने तबाही मचा रखी है जिससे महत्वपूर्ण सडक और रेल मार्ग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 2, 2015 8:00 AM

चेन्नई :बारिश की मार झेल रहे चेन्नई में हवाई और सडक यातायात बुरी तरह प्रभावित हो गया है.तमिलनाडु के कई तटीय इलाके जलमग्न हो गए हैं. पिछले सौ वर्षों में हुई अभूतपूर्व बारिश के कारण महानगर, इसके उपनगरीय इलाके और पडोसी जिले में पानी ने तबाही मचा रखी है जिससे महत्वपूर्ण सडक और रेल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए हैं और हवाई अड्डे बंद हैं. हजारों लोग बेघर हो गए हैं. इस बीच एयरपोर्ट ऑथरिटी ऑफ इंडिया ने 6 दिसंबर तक चेन्नई एयरपोर्ट को बंद करने की घोषणा की है.

चेन्नई में पिछले 24 घंटे में 49 सेंटीमीटर बारिश हुई है जबकि चेमबरमबक्कम में 47 सेंटीमीटर बारिश हुई है जहां जलाशय का करीब 25 हजार क्यूसेक अतिरिक्त पानी आदयार नदी में छोडा गया है. बारिश के कारण लोगों का घर…बार तबाह हो गया है.आदयार नदी के किनारे हाउसिंग बोर्ड के घरों में बाढ का पानी दूसरी मंजिल तक पहुंच गया है और नगर तथा उपनगरीय इलाके में राहत एवं बचाव की उम्मीद में लोग छतों पर डेरा डाले हुए हैं.

अधिकारियों ने बताया कि बारिश के कारण महानगर और राज्य के दूसरे हिस्से में मरने वाले लोगों की संख्या 197 तक पहुंच गई है.प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल रात मुख्यमंत्री जे. जयललिता से बात की और हर तरह से सहायता का वादा किया. प्रधानमंत्री ने अपने कैबिनेट सहयोगियों राजनाथ सिंह :गृह:, अरुण जेटली :वित्त: और एम. वेंकैया नायडू :संसदीय मामले: के साथ आज सुबह बैठक कर स्थिति का जायजा लिया.

कैबिनेट सचिव पी. के. सिन्हा के नेतृत्व में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति ने स्थिति की समीक्षा की और केंद्र की तरफ से राज्य को पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया.वायुसेना के हेलीकॉप्टर बाढ से बुरी तरह प्रभावित कुछ इलाकों में भोजन के पैकेट बांटते दिखे.दक्षिण रेलवे ने कई इलाकों में पटरियों में दरार आने के बाद 16 रेलगाडियों को रद्द कर दिया है और चेन्नई सेंट्रल तथा एगमोर सेक्शन पर 12 रेलगाडियों के मार्ग में परिवर्तन किया है.

हवाई अड्डे के रनवे, टारमाक और एप्रन बाढ के पानी से भरे हुए हैं और इसे कल सुबह छह बजे तक के लिए बंद कर दिया गया है. हवाई अड्डे पर कल रात संचालन बंद कर दिया गया। चेन्नई से विमानों को बेंगलूर, हैदराबाद और अन्य नजदीकी शहरों की तरफ भेज दिया गया.एएआई के प्रवक्ता ने नई दिल्ली में बताया कि भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण ने इस सिलसिले में सभी हवाई संचालकों को एनओटीएएम :नोटिस टू एयरमैन: जारी कर दिया है.नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू ने कहा कि हवाई अड्डे पर हर चीज बाधित है और कहा कि बारिश रुकने के बाद ही हवाई सेवा बहाल करने पर निर्णय किया जाएगा.

सेना ने बयान जारी कर बताया कि सेना के गैरीसन इन्फैंटरी बटालियन के चार कॉलम को विभिन्न इलाकों में तैनात किया गया है और अतिरिक्त कॉलम को तैयार रखा गया है और दो कॉलम को बेंगलूर से लाया गया है.फंसे लोगों को निकालने के लिए सेना के 30 ट्रक लगाए गए हैं. सेना ने आज शाम तक 750 लोगों को बाहर निकाला है.

राहत दलों को तैनात करने के अलावा सशस्त्र बलों ने स्थिति का आकलन करने के लिए यूएवी भी लांच किए हैं.इस बीच कर्नाटक की सरकार ने बारिश और बाढ से प्रभावित तमिलनाडु में राहत कार्यों के लिए पांच करोड रुपये देने की घोषणा की है.राज्य सरकार ने एक बयान जारी कर कहा कि दिल्ली के दौरे पर गए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मुख्य सचिव कौशिक मुखर्जी को निर्देश दिया कि तमिलनाडु के अधिकारियों के साथ समन्वय कर वहां चिकित्सकीय और अन्य सहायता मुहैया कराई जाए.

भारी बारिश के कारण हवाई, सडक और रेल सेवाएं बंद हैं जिससे हजारों यात्री हवाई अड्डे और विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर फंसे हुए हैं. उपनगरीय रेल सेवाएं भी बंद हैं. नागरिकों और प्रशासन के लिए और चिंता पैदा हो गई है क्योंकि मौसम विज्ञानियों ने अगले तीन दिनों तक बारिश होने का अनुमान जताया है और अगले 48 घंटे काफी महत्वपूर्ण होंगे क्योंकि बंगाल की खाडी और श्रीलंका के तट पर कम दबाव और उच्च वायु प्रवाह की स्थिति बनी हुई है.इसके बाद राज्य में चक्रवात रोधी स्थिति पैदा होगी जिससे कुछ स्थानों पर ‘‘भारी बारिश’ होगी.

मौसम विभाग के महानिदेशक एल एस राठौर ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह स्थिति अगले सात दिनों तक बनी रहेगी लेकिन अगला 48 घंटा काफी महत्वपूर्ण है. पडोसी राज्यों में भी बारिश होगी.’ चेन्नई और इसके आसपास के इलाके कांचीपुरम, तिरुवल्लुर, कुड्डालोर और विल्लूपुरम में कल जहां भारी बारिश हुई थी वहीं आज रुक…रुक बारिश हुई.

सेना, नौसेना और वायुसेना ने राष्ट्रीय आपदा राहत बल, पुलिस और अग्निशमन दल के कर्मियों के साथ मिलकर बडे पैमाने पर बचाव और पुनर्वास काम शुरु किया है. सार्वजनिक परिवहन, बिजली और आवश्यक पदार्थों की कमी के कारण महानगर और उपनगरीय इलाके में सामान्य जनजीवन पूरी तरह बाधित हो गया है.टेलीफोन टावर के काम नहीं करने के कारण मोबाइल फोन सेवा और लैंडलाइन फोन सेवा पूरी तरह चरमरा गई है.

अदयार नदी का पानी सडक के स्तर तक आ जाने के कारण अन्ना सलाई :माउंट रोड: और कोट्टूरपुरम को जोडने वाला मराईमलाई अडिगल पुल को बंद कर दिया गया है.बुरी तरह प्रभावित इलाके तमबारम, मुदीचुर और ओरापक्कम में सेना, नौसेना तटरक्षक बल और एनडीआरएफ की टीम को तैनात किया गया है.मशहूर आईटी कोरीडोर बाढ से प्रभावित है. आईटी और ऑटो कंपनियों और अमबातुर के औद्योगिक क्षेत्र में काम बाधित हो गया है.महानगर के अधिकतर इलाकों में एहतियात के तौर पर बिजली काट दी गई है जबकि लोगों को दूध और पानी जैसे आवश्यक सामान की आपूर्ति नहीं हो रही है.

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