शरीफ के साथ हाथ मिला मोदी ने दिखाई ‘गहरी सहिष्णुता” : शिवसेना
मुंबई : पेरिस में जलवायु सम्मेलन से इतर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ मिलाए जाने पर तंज कसते हुए आज शिवसेना ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष के साथ हाथ मिलाकर ‘गहरी सहिष्णुता’ दिखाई है. सोमवार को संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन से इतर मोदी और शरीफ की एक […]
मुंबई : पेरिस में जलवायु सम्मेलन से इतर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ मिलाए जाने पर तंज कसते हुए आज शिवसेना ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष के साथ हाथ मिलाकर ‘गहरी सहिष्णुता’ दिखाई है. सोमवार को संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन से इतर मोदी और शरीफ की एक संक्षिप्त मुलाकात हुई थी जिसमें दोनों ने एक-दूसरे से गर्मजोशी से हाथ मिलाया था.
फिर दोनों देशों के संबंधों में चल रहे तनाव के बीच दोनों नेता बात करने के लिए बैठ गए थे. शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में छपे एक संपादकीय में कहा गया, ‘मोदी ने शरीफ के साथ हाथ मिलाकर गहरी सहिष्णुता का परिचय दिया है. अगर सामने वाला पक्ष हाथ भी उठा दे तो भी हमें अपने हाथ जोडकर रखने चाहिए. यह हमारी सहिष्णुता है और मोदी ने इसका प्रदर्शन किया है.’
संपादकीय में आगे कहा गया, ‘किसी को भी यहां असहिष्णुता फैलने के नाम पर देश छोडने की जरुरत नहीं है. देश सही दिशा में जा रहा है और मोदी के आलोचकों को यह याद रखना चाहिए.’ शिवसेना ने कहा, ‘जिस देश के आतंकी हमारे सैनिकों को मार रहे हों, उसके प्रधानमंत्री के साथ विनम्रता से हाथ मिलाना क्या सहिष्णुता नहीं है? देश में असहिष्णुता के नाम पर जो कोहराम मचा हुआ है, उसे मोदी द्वारा दिखाई गई इस गहरी सहिष्णुता के बाद अब शांत हो जाना चाहिए.’
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए संपादकीय में कहा गया कि भारत-पाकिस्तान क्रिकेट श्रृंखला के लिए सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करने के लिए 26:11 का मुहूर्त चुनकर, शरीफ ने एक तरीके से 26:11 के आतंकी कसाब को श्रद्धांजलि दी है. सत्ताधारी गठबंधन में भाजपा के इस सहयोगी दल ने कहा, ‘(हमें यकीन है कि) मोदी ने शरीफ से इस मुद्दे पर सवाल तो पूछा ही होगा.’
शिवसेना ने कहा, ‘देश में अच्छे दिन लाने के लिए मोदी से जो बन पड रहा है, वह कर रहे हैं. इस काम के लिए वह व्यापक स्तर पर यात्राएं कर रहे हैं और उडानें भर रहे हैं.’ शिवसेना ने कहा, ‘यदि नेपाल जैसा एक छोटा देश हमारे सैनिकों को बंधक बनाकर आंखे दिखा सकता है तो फिर अब इस बात पर बहस करने का समय आ गया है कि भारत कहां गलत जा रहा है.’
संपादकीय में कहा गया, ‘जैसे शरीफ पेरिस में अचानक मोदी से मिल गए…कौन जाने, किसी दिन नेपाल के नेता भी उन्हें ‘अचानक’ मिल जाएं और तब खडे-खडे की गई बातचीत में ही द्विपक्षीय मुद्दे सुलझ जाएंगे.’ ज्ञात हो, शिवसेना पडोसी देश के साथ सांस्कृतिक एवं खेल के रिश्ते बनाने के खिलाफ रही है. शिवसेना के विरोध प्रदर्शन के बाद, हाल ही में मुंबई में पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली के संगीत समारोह का आयोजन रद्द कर दिया गया था.
पार्टी ने पूर्व पाकिस्तानी विदेश मंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी द्वारा लिखित पुस्तक के मुंबई में होने वाले अनावरण का भी विरोध किया था और शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने बाद में इस समारोह के आयोजक सुधींद्र कुलकर्णी के चेहरे पर कालिख पोत दी थी.