नयी दिल्ली :राज्यसभा में कांग्रेस के सदस्यों ने आज केंद्रीय मंत्रियों अरुण जेटली एवं पीयूष गोयल की टिप्पणियों के विरोध में भारी हंगामा किया जिससे बैठक दो बार के स्थगन के बाद शाम 3.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी थी.जेटली ने गुजरात के एक मंदिर में जाति पूछे जाने संबंधित शैलजा के बयान पर टिप्पणी की थी जबकि गोयल ने कांग्रेस के विरोध को ‘कृत्रिम समस्या’ बताया. हंगामे के कारण सदन में प्रश्नकाल नहीं हो पाया. बैठक शुरू होने पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि दो दिन पहले ही एक विपक्षी सदस्या ने संविधान पर चर्चा के दौरान कहा था कि गुजरात के एक मंदिर में उनके साथ भेदभाव हुआ था और उनकी जाति पूछी गयी थी. गौरतलब है कि पिछले सोमवार को शैलजा ने सदन में दावा किया था कि वह जब केंद्रीय मंत्री थीं तब गुजरात के द्वारका मंदिर गयी थीं और वहां उनसे जाति पूछी गयी थी.
जेटली ने कहा ‘मैंने इस बारे में जानकारी हासिल की. मुझे पता चला कि सदस्या ने फरवरी 2013 में मंदिर की अतिथि पुस्तिका में मंदिर के बारे में बहुत ही अच्छी टिप्पणियां की हैं.’ जेटली ने कहा ‘सदस्या ने मंदिर के प्रबंधन, वहां की व्यवस्था आदि के बारे में सकारात्मक टिप्पणियां करते हुए लिखा है कि अच्छी तरह दर्शन हुए. अगर सदस्या के साथ कोई भेदभाव होता तो वह इतनी अच्छी टिप्पणियां कभी नहीं करतीं जैसी उन्होंने की थी.
उन्होंने तो कोई शिकायत ही नहीं की.’ सदन के नेता के इतना कहते हुए शैलजा ने कहा ‘मैंने दो दिन पहले जब यह बात कही थी तब ही स्पष्ट कर दिया था कि मैं द्वारका के मुख्य मंदिर के बारे में बात नहीं कर रही हूं. उन दिनों में संस्कृति मंत्री थी और मुख्य मंदिर में मेरे साथ बहुत ही अच्छा व्यवहार किया गया था.’ उन्होंने कहा ‘मैं द्वारका के मुख्य मंदिर के आगे गयी थी और बेट द्वारका के मंदिर में मुझसे जाति पूछी गई थी.’ उधर द्वारका मंदिर के पुजारी ने बताया कि इस मंदिर में सभी जाति के लोग आते हैं और बिना किसी रोकटोक के दर्शन करते हैं. कभी किसी भी श्रद्धालु से उसकी जाति नहीं पूछी जाती है.
सदन में साढ़े तीन बजे के बाद कार्यवाही में तामिलनाडु की राजाधानी चेन्नई में आये बाढ़ का मुद्दा आज राज्यसभा में उठा.डीएमके सांसद कनिमोझी ने कहा कि मीडिया वाले पूछते हैं कि क्या चेन्नै में आई बाढ़ तमिलनाडु सरकार की असफलता है, यह समय इन सब बातों को करने का नहीं बल्कि लोगों की मदद करने का है.राज्यसभा में आज चेन्नई बाढ़ का मुद्दा उठा. डीएमके सांसद कनिमोझी ने कहा कि मीडिया वाले पूछते हैं कि क्या चेन्नै में आई बाढ़ तमिलनाडु सरकार की असफलता है, यह समय इन सब बातों को करने का नहीं बल्कि लोगों की मदद करने का है.कनिमोझी ने केन्द्र सरकार से बाढ़ का जायजा लेने के लिए उच्चस्तरीय दल भेजने का अनुरोध किया.