चेन्नई हवाईअड्डे पर फंसे 1500 यात्रियों को निकालने की कवायद, उडानें रद्द
चेन्नई: चेन्नई में बाढ के चलते रनवे पर पानी भरा होने की वजह से कल सुबह तक के लिए चेन्नई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर विमान परिचालन बंद रहेगा जहां 1500 यात्री समेत करीब 3500 लोग फंसे हुए हैं. भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने कहा कि सभी फंसे हुए यात्रियों को हवाईअड्डे से बाहर निकाला जा रहा […]
चेन्नई: चेन्नई में बाढ के चलते रनवे पर पानी भरा होने की वजह से कल सुबह तक के लिए चेन्नई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर विमान परिचालन बंद रहेगा जहां 1500 यात्री समेत करीब 3500 लोग फंसे हुए हैं. भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने कहा कि सभी फंसे हुए यात्रियों को हवाईअड्डे से बाहर निकाला जा रहा है लेकिन उन्होंने अभी तक बचाये गये लोगों की ठीक-ठीक संख्या नहीं बताई.
एएआई ने सभी विमान सेवा संचालकों को कल सुबह छह बजे तक विमान परिचालन निलंबित होने के संबंध में एनओटीएएम :नोटिस टू एयरमैन: जारी किया है.नोटिस टू एयरमैन एक ऐसा नोटिस होता है, जिसमें वायुक्षेत्र प्रबंधन के तहत किसी प्रतिष्ठान, स्थिति से संबंधित जानकारी या किसी सुविधा, सेवा या प्रक्रिया में बदलाव की जानकारी होती है.
एएआई के अध्यक्ष आर के श्रीवास्तव ने कहा कि आज सुबह हवाईअड्डे पर करीब 1500 यात्री और 2000 अन्य कर्मचारी फंसे हुए थे.लोगों को वहां से सुरक्षित निकालने की प्रक्रिया चल रही है और आज शाम तक यह कवायद पूरी होने की संभावना है.
श्रीवास्तव ने नई दिल्ली में कहा, ‘‘सभी यात्रियों को आज शाम चार बजे तक निकाला जा सकता है. एएआई ने यात्रियों को हवाईअड्डे से निकालने के लिए छह बसों का बंदोबस्त किया है.” उन्होंने कहा कि कल रात आठ बजे से 66 आने वाली उडानों और 53 जाने वाले विमानों को निरस्त कर दिया गया है.
श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘रनवे जलमग्न है लेकिन टर्मिनल की इमारत सुरक्षित है.” चेन्नई हवाईअड्डे के अधिकारियों ने शुरुआत में आज सुबह तक संचालन बंद किया था लेकिन लगातार बारिश के कारण कल सुबह छह बजे तक संचालन बंद रखने का फैसला किया गया है. हवाईअड्डे पर करीब 35 से 37 विमान खडे हैं जिनमें अधिकतर घरेलू विमान हैं.श्रीवास्तव ने कहा कि विमान संचालन बहाल करने से पहले कल एक बार फिर हवाईअड्डे की स्थिति की समीक्षा की जाएगी.
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री पी अशोक गजपति राजू ने कहा कि हवाईअड्डे पर सबकुछ ठप पडा है.उनसे जब परिचालन पुन: शुरु होने के बारे में पूछा गया तो मंत्री ने कहा, ‘‘बारिश रकने के बाद ही हम आपको किसी तरह की समयसीमा बता सकते हैं लेकिन अगर बारिश नहीं रकती तो हम कुछ नहीं कह सकते क्योंकि चेन्नई और पडोसी जिले बुरी तरह प्रभावित हैं. अगर पानी का स्तर कम होता है तभी हम कुछ कर सकेंगे