न्यायमूर्ति टीएस ठाकुर बने भारत के 43वें मुख्य न्यायाधीश
नयी दिल्ली : राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने न्यायमूर्ति टीएस ठाकुर को आज राष्ट्रपति भवन में देश के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ दिलायी. न्यायमूर्तिठाकुर देश के 43वें मुख्य न्यायाधीश हैं. उन्होंने अपने पूर्ववर्ती न्यायमूर्ति एचएल दत्तू की जगह ली है़ न्यायमूर्ति टीएस ठाकुर का कार्यकाल एक साल का होगा. न्यायमूर्ति ठाकुर ने अपने करियर की […]
नयी दिल्ली : राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने न्यायमूर्ति टीएस ठाकुर को आज राष्ट्रपति भवन में देश के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ दिलायी. न्यायमूर्तिठाकुर देश के 43वें मुख्य न्यायाधीश हैं. उन्होंने अपने पूर्ववर्ती न्यायमूर्ति एचएल दत्तू की जगह ली है़ न्यायमूर्ति टीएस ठाकुर का कार्यकाल एक साल का होगा.
न्यायमूर्ति ठाकुर ने अपने करियर की शुरुआत जम्मू कश्मीर उच्च न्यायालय में दीवानी, फौजदारी, संविधान एवं कराधान संबंधी मामलों के वकील के रूप में की थी़ वे 1994 में जम्मू कश्मीर उच्च न्यायालय में अपर न्यायाधीश नियुक्त किये गये.
वर्ष 2009 में न्यायमूर्ति ठाकुर को सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीश नियुक्त किया गया. उन्होंने आइपीएल सट्टेबाजी और स्पॉट फिक्सिंग घोटाले से जुड़े फैसले दिये थे़. उनके फैसले भरतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड में सुधार जैसे कई अहम फैसलों से जुड़े रहे हैं.
चार जनवरी 1952 को जन्मे न्यायमूर्ति ठाकुर ने कर्नाटक हाइकोर्ट, दिल्ली हाइकोर्ट, पंजाब व हरियाणा हाइकोर्ट में भी काम किया है. वे उस बेंच के भी अध्यक्ष थे, जिसे बहुचर्चित सारधा घोटाले की निगरानी की जिम्मेवारी मिली थी़. न्यायमूर्ति ठाकुर चार जनवरी 2017 को अपने पद से सेवानिवृत्त होंगे.