अवैध जासूसी मुद्दा:कांग्रेस ने न्यायाधीश से जांच कराने की मांग की
नयी दिल्ली : कांग्रेस की महिला नेताओं ने आज कहा कि अगर 2009 में गुजरात की एक महिला वास्तुकार की अवैध जासूसी कराने के संबंध कोबरापोस्ट के दावे सही पाए जाते हैं तो नरेंद्र मोदी को भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं होना चाहिए. उन्होंने उच्चतम न्यायालय के एक न्यायाधीश से मामले […]
नयी दिल्ली : कांग्रेस की महिला नेताओं ने आज कहा कि अगर 2009 में गुजरात की एक महिला वास्तुकार की अवैध जासूसी कराने के संबंध कोबरापोस्ट के दावे सही पाए जाते हैं तो नरेंद्र मोदी को भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं होना चाहिए. उन्होंने उच्चतम न्यायालय के एक न्यायाधीश से मामले की जांच कराने की मांग की.
केंद्रीय मंत्री गिरिजा व्यास, जयंती नटराजन, उत्तर प्रदेश कांग्रेस की पूर्व प्रमुख रीता बहुगुणा जोशी और महिला कांग्रेस प्रमुख शोभा ओझा ने कहा कि गुजरात पुलिस के समूचे आतंकवाद निरोधक दस्ते द्वारा युवा महिला का पीछा करने और जासूसी करने के गंभीर आरोपों की पृष्ठभूमि में कहा कि भारत में हर महिला का सम्मान और मर्यादा दांव पर है.कांग्रेस मुख्यालय में व्यास, नटराजन और ओझा के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जोशी ने कहा, ‘‘अगर सरकारी तंत्र का दुरुपयोग किया गया है तो निश्चित तौर पर मोदी के पास गुजरात में शासन करने का कोई नैतिक और राजनैतिक अधिकार नहीं है. वह भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनने के हकदार नहीं हैं.’’
उत्तर प्रदेश कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष बहुगुणा ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने खुद इस रहस्य को उजागर कर दिया है कि गुजरात के पूर्व गृह मंत्री अमित शाह ने जिस व्यक्ति के लिए ‘साहब’ शब्द का इस्तेमाल किया है वह गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी हैं. दो खोजी वेबसाइटों कोबरापोस्ट और गुलैल ने 15 नवंबर को दावा किया था कि गुजरात के पूर्व गृह मंत्री और मोदी के करीबी सहायक अमित शाह ने ‘साहब’ के इशारे पर एक महिला की अवैध निगरानी का आदेश दिया था.