दिल्ली में प्रदूषण पर सरकार सख्त, सड़क पर दिखेंगी अब आधी गाडियां
नयी दिल्ली : दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते खतरों से निपटने के लिए दिल्ली की अरविंद केजरीवालसरकार नेकई अहम फैसले लियेहैं.सरकार ने एक जनवरी से दिल्ली में थर्मल पावर प्लांट को बंद करने का फैसला लिया है. दूसरी तरफ गाड़ियां की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार ने इससे होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने […]
मालूम हो कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में वायु प्रदूषण के मुद्दे परआजएक आपात बैठक की, जिसमें ये फैसले लिये गये. मुख्यमंत्री ने यह बैठक ऐसे समय में बुलायी है जब दिल्ली उच्च न्यायालय ने टिप्पणी की कि राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण का वर्तमान स्तर चिंताजनक स्थिति तक पहुंच गया है और यहां रहना गैस चैंबर में रहने जैसा है. दिल्ली हाइकोर्ट ने यह टिप्पणी कल ही की थी. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने भी दिल्ली के प्रदूषण पर चिंता प्रकट की है.
दिल्ली हाइकोर्ट ने कल केंद्र और दिल्ली सरकार को वायु प्रदूषण से निबटने के लिए विस्तृत कार्य योजना तैयार करने व उसे पेश करने का भी निर्देश दिया था. अदालत ने कहा था कि दिल्ली में वायु प्रदूषण का दो प्रमुख कारण धूल कण और वाहनों से निकलने वाला धुआं है. अदालत ने केंद्र व दिल्ली सरकार को यह तय करने को कहा है कि कम से कम धूल सुनिश्चित किये बिना बिल्डिंग व रोड निर्माण को स्वीकृति नहीं दी जाये.
अरविंद केजरीवाल सरकार प्रदूषण नियंत्रण के लिए ये उपाय करेगी
दिल्लीके मुख्य सचिव केके शर्मा ने प्रदूषण नियंत्रण केलिएतैयार किये गये एक्शन प्लॉनके संबंध में शाम में एक प्रेस कान्फ्रेंस कर जानकारी दी. शर्मा ने जिन उपायों के बारे में बताया वे इस प्रकार हैं :
बदरपुर थर्मल पॉवर प्लांट बंद किया जायेगा.
राज्य में एक दिन सम संख्या वाले वाहनऔर दूसरे दिन विषम संख्या वाले वाहनचलेंगे.
दिल्ली सरकार केअनुसार, उत्तरप्रदेश के दादरीप्लांटसे भी दिल्ली में प्रदूषण होता है, अत: उसे बंद करने के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल को अर्जी दीजायेगी.
शहर में ट्रकों के प्रवेश का समयफिलहालरात नौ बजे है, उसे बढ़ाकर 11 बजे किया जायेगा.इसकेपीछे तर्क है कि दिल्ली के लोग रात में दस, साढे दस बजे तक घर पहुंचते हैं. ऐसे में ट्रक के सड़कों पर आ जाने के कारण जाम लगता है और लोग आधा घंटे का मार्ग45 मिनट में तय करते हैं, जिससे प्रदूषण बढता है. अगर ट्रकों के प्रवेश का समय बढा जायेगा, तो कम ट्रैफिक रहने से कम जाम लगेगा औरप्रदूषण भी कमहोगा.
दिल्ली से बाहर के ट्रकों व वाहनों केपाल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट को बॉर्डर पर चेक किया जायेगा. जिनके पास सर्टिफिकेट नहीं होगा उन पर कार्रवाई होगी और वैसे वाहनजिनके पास प्रमाण पत्र होने के बावजूद प्रदूषण मानक को पूरा नहीं करेंगे उन पर भी कार्रवाई की जायेगी.
कूड़ा जलाने, पत्तों को जलाने से होने वाले प्रदूषण पर रोक लगेगी. इनका फोटो एप्स के माध्यम से शेयर किया जायेगा और उसके बारे में लोकल बॉडी को सूचना दी जायेगी और कार्रवाई होगी.
2017 से दिल्ली में यूरो6 वाहन व यूरो 6ईंधन का ही प्रयोगकिया जायेगा.
सड़कों पर वाहनोंकी पार्किंग पर रोकलगेगी. इससे ट्रैफिक जाम होता है और प्रदूषण का स्तर बढता है.
दिल्ली सरकार लोगों को जागरूक करने और उन्हें प्रदूषण नियंत्रण में सहभागी बनाने के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलायेगी.
नये फार्मूले के अनुसार एक दिन सम (इवन) संख्या वालेऔर दूसरे दिन विषम (ऑड) संख्या वाले वाहन चलेंगे. यानीअगर आज आपकी गाड़ीके नंबर की अंतिम संख्या सम अंक यानी शून्य,दो, चार, छह, आठ होंगे तो वे चलेंगे और अगर अंतिम नंबरएक, तीन, पांच, सात, नौ होगी तो वह अगले दिन चलेगी.