कांग्रेस जीएसटी पर अपने रुख पर कायम
नयी दिल्ली : कांग्रेस पार्टी ने आज संकेत दिया कि वस्तु व सेवा कर (जीएसटी) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कांगे्रस अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से संपर्क किए जाने के एक सप्ताह बाद भी इस मामले में आगे कोई बडी पहल नहीं हुई है.कांग्रेस की प्रवक्ता सुष्मिता देव ने संवाददाताओं से […]
नयी दिल्ली : कांग्रेस पार्टी ने आज संकेत दिया कि वस्तु व सेवा कर (जीएसटी) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कांगे्रस अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से संपर्क किए जाने के एक सप्ताह बाद भी इस मामले में आगे कोई बडी पहल नहीं हुई है.कांग्रेस की प्रवक्ता सुष्मिता देव ने संवाददाताओं से कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि कांग्रेस अपने उस रख से हटी है जो उसने प्रधानमंत्री के साथ बैठक में रखा था… हमारा रख वही है. ‘
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार ने पार्टी नेतृत्व के समक्ष जो चिंताएं उठाईं उनको लेकर कांग्रेस के भीतर ‘विचार विमर्श’ जारी है. देव ने ‘कौशल भारत’ मिशन के लिए दो प्रतिशत उपकर लगाने की योजना के लिए सरकार को आडे हाथों लिया और कहा कि इससे विभिन्न उद्देश्यों के लिए लगाया गया कुल उपकर पांच प्रतिशत हो जाएगा जिसमें स्वच्छ भारत अभियान भी शामिल है.
उन्होंने कहा, ‘आज हमने एक नई नीतिगत पहल के बारे में सुना जो आम आदमी पर एक और बोझ होगी. प्रधानमंत्री की पसंदीदा योजनाओं – मेक इन इंडिया, कौशल भारत, स्वच्छ भारत- के लिए आम आदमी पर बोझ क्यों डाला जा रहा है.
सरकार और कितना बोझ डालेगी?’ उन्होंने कहा, ‘इस संदर्भ में, जीएसटी विधेयक को लेकर हमारी आशंकाएं सही हैं. वहां 18 प्रतिशत की अधिकतम सीमा होनी चाहिए … अन्यथा लोगों के लिए इसे झेलना मुश्किल होगा. ‘ इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकार विनिर्माण करने वाले राज्यों को भरपाई के लिए एक प्रतिशत अतिरिक्त उपकर को वापस लेगी. उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री ने जीएसटी के अगले वित्त वर्ष से पहले कार्यान्वयन की उम्मीद कायम रखने के लिए पिछले शुक्रवार को कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से संपर्क किया था.