बेनतीजा रही खजाने की खोज, गड्ढ़े भरने का काम शुरू

उन्नाव : उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में संत शोभन सरकार के सपने के बाद राजा राव राम बक्श सिंह के डौड़ियाखेड़ा गांव में खंडहर पड़े महल में ‘हजार टन सोने’ की खोज में लगी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम ने अंतत: आज बिना किसी नतीजे के खुदाई का काम बंद कर दिया. खुदाई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 18, 2013 9:06 PM

उन्नाव : उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में संत शोभन सरकार के सपने के बाद राजा राव राम बक्श सिंह के डौड़ियाखेड़ा गांव में खंडहर पड़े महल में ‘हजार टन सोने’ की खोज में लगी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम ने अंतत: आज बिना किसी नतीजे के खुदाई का काम बंद कर दिया. खुदाई स्‍थल में गड्ढों को भरने का काम किया जा रहा है.

बीघापुर तहसील के उपजिलाधिकारी विजय शंकर दुबे ने आज यहां बताया कि एएसआई अधिकारियों ने आज से डौड़ियाखेड़ा किले में खुदाई का काम अंतत: बंद कर दिया है. उन्होंने बताया कि 18 अक्टूबर को खुदाई का काम शुरु करवाने वाली टीम ने अब खुदाई को आगे जारी नहीं रखने का फैसला कर लिया.

संत शोभन सरकार के सपने की बजाय जीएसआई की जांच पड़ताल के आधार पर पुरातात्विक दृष्टि से खुदाई करने का दावा करने वाली एएसआई के अधिकारियों ने बहरहाल इस संबंध में अपनी तरफ से कोई जानकारी नहीं दी है. हालांकि, संत शोभन सरकार ने एक दिन पहले जिलाधिकारी के जरिये सरकार को एक पत्र भेजकर उनके पक्ष में खुदाई की अनुमति दिये जाने का आग्रह किया था. मगर आज अपने आश्रम में मौजूद होने के बावजूद उन्होंने खुदाई बंद करने के बारे में एएसआई के निर्णय पर कुछ नहीं कहा.

उल्लेखनीय है कि संत शोभन सरकार द्वारा सपने के आधार पर राजा राव राम बक्श सिंह के किले में ‘हजार टन’ सोना दबे होने के दावे पर केंद्रीय मंत्री चरण दास महंत के रुचि लेने के बाद एएसआई ने जीएसआई की पड़ताल के बाद 18 अक्टूबर को यहां खुदाई का काम शुरु किया था. बहरहाल, दावों प्रतिदावों के बीच एएसआई के अधिकारियों ने ‘हजार टन’ सोना दबा होने को खुदाई का आधार मानने से इंकार किया था और वहां लगभग महीने भर चली खुदाई को पुरातात्विक खोज होने का दावा किया था.

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