नयी दिल्ली : सरकार के इस हफ्ते में संसद में जीएसटी पर निर्णायक जोर देने का संकल्प लेने के साथ सोमवार से राज्यसभा में वाकयुद्ध हो सकता है क्योंकि दोनों ही पक्ष अपने अपने हिसाब से महत्वपूर्ण सुधार उपायों वाले विधेयक को पारित कराना चाहते हैं. जहां वर्तमान सत्र के पहले दो दिन किसी तरह का अवरोध नहीं देखा गया और संविधान एवं उसके रचयिता बी आर अंबेडकर पर चर्चा की गयी वहीं सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के सदस्यों के बीच केंद्रीय मंत्री वी के सिंह के विवादित बयान को लेकर टकराव देखा गया। सिंह ने हरियाणा में आगजनी की एक घटना को लेकर विवादित बयान दिया था. घटना में दो दलित बच्चे मारे गए थे.
इस सत्र में अब तक केवल दो विधेयक पारित हुए हैं जिनमें कैरेज बाई एयर :संशोधन: विधेयक, 2015 और भारतीय मानक ब्यूरो विधेयक, 2015 शामिल हैं. दोनों लोकसभा में पारित किए गए. पंचाट एवं सुलह :संशोधन: विधेयक, 2015 लोकसभा में पेश किया गया एकमात्र विधेयक है जबकि राज्यसभा में कोई भी विधेयक पेश नहीं किया गया. आर्थिक सुधारों को आगे बढाने की इच्छुक सरकार के एजेंडे में सोमवार से दोनों सदनों में कई विधेयक पेश करना शामिल है. इनमें लोकसभा में लाए जाने वाले चार और विधेयक शामिल हैं. इनके अलावा वहां पहले से दो विधेयक सूचीबद्ध हैं. वहीं राज्यसभा में सात विधेयक लाए जाएंगे और तीन सूचीबद्ध है.
संसदीय मामलों के राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के अनुसार जीएसटी विधेयक और रियल इस्टेट विधेयक सोमवार से शुरु हो रहे हफ्ते में राज्यसभा में सरकार के कामकाज की सूची में शामिल हैं. लेकिन जीएसटी विधेयक पर सरकार और विपक्ष खासकर कांग्रेस के बीच चूहे बिल्ली का खेल जारी है.