दिल्ली एनसीआर में भूकंप के झटके, केंद्र ताजिकिस्तान में

नयी दिल्ली : आज दोपहर लगभग 1.25 बजे दिल्ली एनसीआर, जम्मू-कश्मीर व पंजाब में भूकंप के हलके झटके महसूस किये गये. हालांकि भूकंप की तीव्रता ज्यादा नहीं थी. लेकिन लोगों ने झटकों को महसूस किया. यूएसजीएस से प्राप्त जानकारी के अनुसार भूकंप की तीव्रता ताजिकिस्तान में 7.2 मापी गयी है. भूकंप का केंद्र ताजिकिस्तान में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 7, 2015 1:33 PM

नयी दिल्ली : आज दोपहर लगभग 1.25 बजे दिल्ली एनसीआर, जम्मू-कश्मीर व पंजाब में भूकंप के हलके झटके महसूस किये गये. हालांकि भूकंप की तीव्रता ज्यादा नहीं थी. लेकिन लोगों ने झटकों को महसूस किया. यूएसजीएस से प्राप्त जानकारी के अनुसार भूकंप की तीव्रता ताजिकिस्तान में 7.2 मापी गयी है. भूकंप का केंद्र ताजिकिस्तान में ही था. भूकंप का केंद्र धरती के 28.7 किलोमीटर अंदर था. हालांकि अभी तक जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है.

भू गर्भ वैज्ञानिक एन सी पंत ने कहा कि चूंकि ताजिकिस्तान भारत से काफी दूर है, इसलिए देश में ज्यादा घबराने की कोई बात नहीं है, लेकिन चूंकि ताजिकिस्तान में भूकंप का केंद्र जमीन से मात्र 28.7 किलोमीटर ही अंदर था, इसलिए यह वहां के लिए चिंता की बात है. भूकंप के झटके महसूस किये जाने के बाद लोग घरों से बाहर निकल गये और वे घबराए हुए से थे. भारत के अलावा पाकिस्तान और अफगानिस्तान में भी भूकंप के झटके महसूस किये गये थे.पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर कबायली इलाके के कई हिस्सों में आज 7.2 तीव्रता के भूकंप का झटका महसूस किया गया, हालांकि जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है.

‘यूएस जियोलॉजिकल सर्वे’ के अनुसार भूकंप का केंद्र ताजिकिस्तान के पूर्व में था.खैबर पख्तूनख्वाह के प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि भूकंप की तीव्रता 7.2 थी और इसका केंद्र 88 किलोमीटर की गहराई में स्थित था. भूकंप का झटका प्रांत के कई हिस्सों में महसूस किया गया.

भूकंप का झटका पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद तथा खैबर पख्तूनख्वाह की राजधानी पेशावर में भी महसूस किया गया.प्राधिकरण के अनुसार अब तक कहीं से भी जानमाल के नुकसान की जानकारी नहीं है. भूकंप मलाकंद, स्वात, मिंगोरा तथा प्रांत के दूसरे इलाकों में महसूस किया गया. इसी साल अक्तूबर में पाकिस्तान में 7.5 तीव्र्रता का भूकंप आया था जिसमें 272 लोगों की मौत हो गई थी . अकेले खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत में 225 लोग मारे गए थे.

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