गुवाहाटी: असम कांग्रेस में बगावत आज विधानसभा में स्पष्ट रुप से दिखी क्योंकि पार्टी के सात विधायक राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति को लेकर विरोध में भाजपा के साथ शामिल हो गए जिसके कारण विधानसभाध्यक्ष प्रणब गोगोई ने 12 विधायकों को पांच दिवसीय शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित कर दिया.
भाजपा के पांच विधायक और हाल में भाजपा के प्रति अपनी निष्ठा घोषित करने वाले कांग्रेस के सात विधायकों कोविधानसभाध्यक्ष ने अपना आदेश नहीं मानने और सदन की कार्यवाही के दौरान शोर शराबा करने के लिए विधानसभा से निलंबित कर दिया. विधानसभाध्यक्ष ने प्रश्नकाल शुरु होने से ठीक पहले आदेश दिया कि ‘‘भाजपा के सभी विधायकों और भाजपा के बैनर तले प्रदर्शन करने वाले कांग्रेसी विधायकों’ को पूरे पांच दिवसीय सत्र के लिए सदन से निलंबित किया जाता है.
उन्होंने यद्यपि बाद में मीडिया से स्पष्ट किया कि ‘‘केवल उन्हें ही निलंबित किया गया है जो आज सदन में उपस्थित थे.’ उन्होंने यद्यपि यह भी स्पष्ट किया कि निर्णय की कोई समीक्षा नहीं होगी. गोगोई ने समझाया, ‘‘भाजपा के दिलीप मोरान और कांग्रेस के बागी सदस्यों पल्लभ लोचन दास और प्रधान बरुआ आज सदन में मौजूद नहीं थे। इसलिए उन्हें निलंबित नहीं किया गया है और वे कल से सदन की कार्यवाही में हिस्सा ले सकते हैं