शिंदे ने कहा, आइएम को पाक से मिल रही मदद

* आइबी द्वारा आयोजित डीजीपी सम्मेलन में बोले शिंदे नयी दिल्ली : गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा है कि इंडियन मुजाहिदीन (आइएम) को पाकिस्तान से मदद मिल रही है. वहां मौजूद विद्वेषकारी ताकतें भारत में धमाकों के लिए इन्हें प्रोत्साहन और मजबूती देती हैं. शिंदे ने यहां पुलिस महानिदेशकों के तीन दिवसीय सम्मेलन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 21, 2013 1:52 PM

* आइबी द्वारा आयोजित डीजीपी सम्मेलन में बोले शिंदे

नयी दिल्ली : गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा है कि इंडियन मुजाहिदीन (आइएम) को पाकिस्तान से मदद मिल रही है. वहां मौजूद विद्वेषकारी ताकतें भारत में धमाकों के लिए इन्हें प्रोत्साहन और मजबूती देती हैं. शिंदे ने यहां पुलिस महानिदेशकों के तीन दिवसीय सम्मेलन में कहा कि आइएम के कैडरों ने इस साल हैदराबाद में दोहरे बम विस्फोटों को अंजाम दिया.

बोधगया तथा पटना में श्रृंखलाबद्ध विस्फोट किये. खुफिया ब्यूरो द्वारा आयोजित सम्मेलन में गृह मंत्री ने कहा कि बेंगलुरु में हुए बम विस्फोट के पीछे कुछ दिग्भ्रमित कट्टरपंथी युवाओं और अल उमा के बचे-खुचे लोगों का हाथ था. सुरक्षा एजेंसियों के काम की सराहना करते हुए शिंदे ने आइएम के कथित मास्टरमाइंड यासीन भटकल और अब्दुल करीम की गिरफ्तारी का जिक्र भी किया.

शिंदे ने जोर देकर कहा कि लगातार सतर्क रहने तथा इन चुनौतियों से निबटने के लिए मिल कर काम करने की जरूरत है. मल्टी एजेंसी सेंटर (एमएसी) का दायरा देश के 450 जिलों से आगे तक बढ़ाया जा रहा है. हाल की सांप्रदायिक हिंसा के बारे में शिंदे ने कहा कि इनके लिए जिम्मेदार कारण बहुत ही छोटे थे. तत्काल, प्रभावी एवं निष्पक्ष प्रशासनिक कार्रवाई से इसे टाला जा सकता था.

* नक्सलियों के सफाये के लिए प्रतिबद्ध

छत्तीसगढ़ राज्य में शांतिपूर्वक विधानसभा चुनाव संपन्न कराने के लिए अर्धसैनिक बलों और पुलिस बल की शिंदे ने सराहना की. कहा कि वहां हुए भारी मतदान ने नक्सलियों को यह संदेश दिया है कि आम लोगों की देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था में आस्था कायम है. कहा कि अब सुरक्षा बल नक्सलियों पर भारी पड़ने लगे हैं. नक्सलियों पर उनके ही प्रभाववाले इलाकों में लगाम कसनी शुरू कर दी है. एक ओर जहां नक्सली नयी भरती नहीं कर पा रहे हैं, तो दूसरी ओर उनके शीर्ष नेतृत्व का सफाया हो रहा है. केंद्र सरकार इस खतरे को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है.

– सभी जिला प्रशासन के लिए पूर्व चेतावनी प्रणाली स्थापित करने की जरूरत है, ताकि सांप्रदायिक मुद्दों का तत्काल पता लगाया जा सके. इसके लिए स्थानीय प्रशासन को सभी समुदायों से, खास कर अशांति की दृष्टि से संवेदनशील इलाकों में लगातार बातचीत करते रहना चाहिए.

सुशील शिंदे, गृह मंत्री

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