मुंबई : उपनगरीय ट्रेनों में यात्रा के दौरान दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों की जांच के मद्देनजर मध्य रेलवे ने बढते खतरे से निपटने के लिए यात्रियों से सुझाव मांगे हैं. इस मामले में एक सप्ताह पहले ही नौ सदस्यीय एक समिति का गठन किया गया था. मध्य रेलवे के प्रमुख नरेंद्र पाटिल ने कहा, ‘‘ छह दिसंबर को हुई अपनी पहली बैठक में हमारी समिति के सदस्यों ने दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की और वह इसमें यात्रियों के अधिक भागीदारी चाहते हैं. ‘ मध्य रेलवे द्वारा जारी बयान में कहा गया कि यात्री किसी भी कार्यालय जा सकते हैं या www.cr.indianrailways.gov.in पर अपने सुझाव दे सकते हैं.
सुझाव भेजने की आखिरी तारीख 21 दिसंबर है. डोम्बिवली के भावेश नाखटे की मौत 28 नवंबर को भीड़ भरी ट्रेन से गिरने के कारण हो गयी थी. डोम्बिवली के भावेश नाखटे की मौत 28 नवंबर कोभीड़ भरी ट्रेन से गिरने के कारण होगयीथी. घटना पड़ोस के ठाणे जिले की है. इस घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने सीआर और डब्ल्यूआर को समिति का गठन कर दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों की जांच करने और घटना के कारणों का पता लगाने का आदेश दिया था.
रेल विशेषज्ञों ने समिति के गठन के बाद वरिष्ठ अधिकारियों और समिति के सदस्यों पर निशाना साधते हुए कहा था कि उन्होंने ‘कभी लोकल ट्रेन में यात्रा नहीं की’ और इसलिए ‘ उपनगरीय रेलवे में विद्यमान दिक्कतों का एहसास उन्हें कभी नहीं हो पाएगा. ‘ इन सभी आरोपों को खारिज करते हुए पाटिल ने भाषा से कहा, ‘‘ हमारी समिति के सदस्य को मामले की पूर्ण जानकारी है और उन्होंने इस मुद्दे को काफी गंभीरता से भी लिया है. यह इससे साफ जाहिर होता है कि वह खुद यात्रियों के सुझाव हासिल करना चाहते हैं. इससे हमें मुद्दे को समझने में मदद भी मिलेगी. ‘ समिति के नौ सदस्यों में सांसद किरीट सोमेया, राजन विचारे, पूनम महाजन और अरविंद सावंत के अलावा एस के सूद (मध्य रेलवे महाप्रबंधक), केतन गोराडिया (यात्री संघ), एल आर नागवानी (एनजीओ), अजॉय मेहता (बीएमसी आयुक्त) और ई रविंद्रन (कल्याण डोम्बिवली नगर आयुक्त) शामिल हैं.
समिति यात्रियों की दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों पर अपनी रिपोर्ट 31 दिसंबर को सौंपेगी.