नेशनल हेराल्ड पर संसद में हंगामे पर बिफरे जेटली, कांग्रेस को दी भ्रष्टाचार पर बहस की चुनौती
नयी दिल्ली : वित्त मंत्री अरुण जेटली ने नेशनल हेराल्ड मामले में नरेंद्र मोदी सरकार पर राजनीतिक प्रतिशोध लेने के कांग्रेस के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि इससे सरकार का कोई लेना देना नहीं है. इस मुद्दे पर संसद की कार्यवाही को बाधित करने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधते […]
नयी दिल्ली : वित्त मंत्री अरुण जेटली ने नेशनल हेराल्ड मामले में नरेंद्र मोदी सरकार पर राजनीतिक प्रतिशोध लेने के कांग्रेस के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि इससे सरकार का कोई लेना देना नहीं है.
इस मुद्दे पर संसद की कार्यवाही को बाधित करने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए जेटली ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित पार्टी नेताओं को अदालतों का सामना करने को कहा. उन्होंने कहा कि भारत कोई ‘‘बनाना रिपब्लिक’ नहीं है जहां संसद या मीडिया ऐसे मामलों में दोषी या निर्दोष का फैसला कर सकती है.
इस मुद्दे पर कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के कारण संसद के दोनों सदनों के दिन भर के लिए स्थगित कर दिए जाने के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए जेटली ने कहा, ‘‘ कोई राजनीतिक प्रतिशोध नहीं है. एक निजी शिकायत दर्ज करायी गयी थी. सरकार का उससे कोई लेनादेना नहीं है. उच्च न्यायालय ने उनके मामले को खारिज कर दिया और उनसे सुनवाई का सामना करने को कहा. इस देश में किसी को भी कानून से छूट नहीं है. वे उच्चतर अदालतों में आदेश को चुनौती दे सकते हैं या कार्यवाही का सामना कर सकते हैं.’
जब उनसे यह पूछा गया कि इस हंगामे के बाद क्या GST बिल पास हो पायेगा तो उन्होंने कहा, अगर एक पार्टी पर आरोप लगते हैं तो उसकी सजा देश क्यों भुगते. वित्त मंत्री ने कहा कि जब हमारे नेताओं पर आरोप लगे थे, तो हमने संसद चलने दी थी हम बहस से भागे नहीं थे. कांग्रेस क्यों इस मामले पर बहस से भाग रही है. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सुषमा स्वराज, वसुंधरा राजे और शिवराज सिंह चौहान के मामले का उदाहरण देते हुए कहा कि हम कभी बहस से भागे नहीं हमने हमेशा चर्चा की.