खुद राजधर्म का पालन ना करने वाले राजधर्म पर प्रवचन ना दें:भाजपा

नयी दिल्ली: मुख्य विपक्षी दल और नरेन्द्र मोदी पर ‘राज धर्म’ का पालन नहीं करने के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के आरोप पर पलटवार करते हुए भाजपा ने आज कहा कि लाखों करोड़ रुपयों की लूट के भ्रष्टाचार के मामलों को नहीं रोक कर खुद वह ‘राज धर्म’ का पालन करने में विफल रहे हैं.पार्टी ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 22, 2013 6:00 PM

नयी दिल्ली: मुख्य विपक्षी दल और नरेन्द्र मोदी पर ‘राज धर्म’ का पालन नहीं करने के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के आरोप पर पलटवार करते हुए भाजपा ने आज कहा कि लाखों करोड़ रुपयों की लूट के भ्रष्टाचार के मामलों को नहीं रोक कर खुद वह ‘राज धर्म’ का पालन करने में विफल रहे हैं.पार्टी ने कहा कि मोदी और भाजपा को ‘संयत भाषा’ का इस्तेमाल करने का प्रवचन देने वाले प्रधानमंत्री यह भूल गए कि उनकी पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुजरात के मुख्यमंत्री को ‘‘मौत का सौदागर’’ और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा को ‘‘चोरों की पार्टी’’ कहा है.

भाजपा के पूर्व अध्यक्ष एम वेंकैया नायडु ने यहां कहा, ‘‘प्रधानमंत्री जी, आपने एक प्रवचन यह दिया कि हमारी पार्टी (भाजपा) नकारात्मक राजनीति में विश्वास रखती है और हमारे नेता संयत वाणी का इस्तेमाल नहीं करके अपने विराधियों के प्रति बहुत अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करते हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘प्रिय प्रधानमंत्री, आप और आपकी पार्टी को इस बारे में आत्मविश्लेषण करने की जरुरत है. कांग्रेस अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के अलावा उसके महामंत्री दिग्विजय सिंह ने मोदी को ‘मनोरोगी झूठा’ बताया तो एक कांग्रेसी प्रवक्ता ने उन्हें ‘रावण’ तो विदेश मंत्री ने ‘बंदर’ कहा. आपकी ही पार्टी के कुछ लोगों ने मोदी की तुलना दाउद इब्राहिम से की तो किसी ने उन्हें ‘सांप-बिच्छू’ कहा. किसी ने हिटलर तो किसी ने पॉल पॉट बताया. प्रिय प्रधानमंत्री तब तो आप खामोश रहे और अब भाजपा को प्रवचन दे रहे हैं कि सार्वजनिक बहस में भाजपा वाणी पर संयम बरते.’’

Next Article

Exit mobile version