राहुल को झटका, अमेठी से अब पेपर मिल भी छिना !
नयी दिल्ली : केंद्रमेंएनडीए सरकारबनने का असर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी की विकास परियोजनाओं पर दिखाई देने लगा है. उत्तर प्रदेश के अमेठी से पहले फूड पार्क की परियोजना चली गयी और अबवहां लगने वाली पेपर मिल भी महाराष्ट्र के रत्नागिरी जा सकता है. रत्नागिरि जिले में 3,650 करोड़ रुपये की […]
नयी दिल्ली : केंद्रमेंएनडीए सरकारबनने का असर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी की विकास परियोजनाओं पर दिखाई देने लगा है. उत्तर प्रदेश के अमेठी से पहले फूड पार्क की परियोजना चली गयी और अबवहां लगने वाली पेपर मिल भी महाराष्ट्र के रत्नागिरी जा सकता है. रत्नागिरि जिले में 3,650 करोड़ रुपये की लागत से एक पेपर मिल लगाने का प्रस्ताव है.
सूत्रोंकीमानें तो कैबिनेट इस बारे में जल्द ही कोई फैसला कर सकती है. कैबिनेट मंत्री अनंत गीते ने बुधवार को बताया कि भारी उद्योग विभाग ने इस सिलसिले में वित्त मंत्रालय को लिखा है. उद्योग मंत्री अंनत गीते ने इस बारे में जानकारी देते हुएबतायाकि वित्त मंत्रालय को चिट्ठी लिखीगयी है और अन्य मंत्रालयों से भी राय मांगी गयी है. उनके विचार सामने आनेके साथ ही इसे कैबिनेट के सामने रखा जाएगा. अनंत गीते ने कहा कि कैबिनेट के सामने विचार के लिए रखे जाने से पहले इस प्रस्ताव पर दूसरे मंत्रालयों की राय का इंतजार किया जाएगा.
इससे पहले यह पेपर मिल कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के निर्वाचन क्षेत्र अमेठी में शुरू होना था और इसके लिए जगदीशपुर का चयन भी कर लिया गया था. लेकिन महाराष्ट्र में इस मिल को लगाए जाने की अनंत गीते की मांग के बाद रत्नागिरि को चुना गया है. पूर्व में सरकार ने जगदीशपुर में एक मेगा फूड पार्क लगाए जाने का प्रस्ताव भी खारिज कर दिया था. इस संबंध में राहुल गांधी ने लोकसभा में शक्तिमान फूड पार्क का मसलाउठाते हुए मोदी सरकार पर राजनीतिक बदले की भावना से काम करने का आरोप भी लगाया था.