प्रणब मुखर्जी ज्ञान के सागर : नरेंद्र मोदी

नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से आज ‘‘इतिहास सजग’ बनने और यह सुनिश्चित करने को कहा कि ऐतिहासिक धरोहर भविष्य की पीढियों को स्थानांतरित हो. उन्होंने राष्ट्रपति भवन में दो किताबों का विमोचन करते हुए कहा, ‘‘हम इतिहास सजग लोग नहीं है. हम एक ऐसे देश से संबंध रखते हैं जहां प्रत्येक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 11, 2015 7:23 PM
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नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से आज ‘‘इतिहास सजग’ बनने और यह सुनिश्चित करने को कहा कि ऐतिहासिक धरोहर भविष्य की पीढियों को स्थानांतरित हो.

उन्होंने राष्ट्रपति भवन में दो किताबों का विमोचन करते हुए कहा, ‘‘हम इतिहास सजग लोग नहीं है. हम एक ऐसे देश से संबंध रखते हैं जहां प्रत्येक पत्थर का एक इतिहास है लेकिन दुर्भाग्य से आज न तो श्रोता हैं और न ही इसका वर्णन करने वाले हैं.’ मोदी ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के 80वें जन्मदिन के अवसर पर दो किताबों- ‘सलेक्टेड स्पीचेज ऑफ प्रेजीडेंट-खंड 3′ और ‘द प्रेजीडेंशल रिटरीट्स’ का विमोचन किया. बाद में उन्होंने प्रणब को दोनों किताबों की पहली प्रति भेंट की.

उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने इतिहास का संरक्षण नहीं करते जो हमें करना चाहिए.’ मोदी ने कहा, ‘‘हमारे देश का ऐसा इतिहास है जो अपने आप में खास है.’ प्रधानमंत्री ने इन दोनों किताबों पर किए गए काम की सराहना की और कहा कि यह कार्य मीडिया के छात्रों को सौंपा जाना चाहिए क्योंकि वे सरकार द्वारा लिए जाने वाले प्रत्येक फैसले में निहित भाव और प्रयासों को सम्प्रेषित करते हैं.

राष्ट्रपति के 80वें जन्मदिन पर उनकी सराहना करते हुए मोदी ने उन्हें ज्ञान का सागर करार दिया. उन्होंने कहा, ‘‘आप उनसे किसी भी बारे में…देश, सांस्कृतिक धरोहर, राजनीतिक हस्तियों, महत्वपूर्ण इमारतों…के बारे में बात करें वह आपको अपने ज्ञान से आलौकित कर देंगे.’ मोदी ने कहा, ‘‘यहां तक कि आप उनसे संगीत के बारे में भी बात करें तो वह इसका भी व्यापक ज्ञान रखते हैं.’ उन्होंने कहा कि वह खुद को गौरवान्वित महसूस करते हैं कि उन्हें प्रणब के साथ काम करने का अवसर मिला.

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