नयी दिल्ली : पश्चिम दिल्ली के शकूर बस्ती इलाके में जहां रेलवे एक तोड़-फोड़ अभियान चला रहा था ,एक बच्चे की मौत हो गई. इस घटना पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नाराजगी भरी प्रतिक्रिया दी और रेलवे की खिंचाई करते हुए बेदखल लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था करने में विफल रहने को लेकर तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया. जबकि रेलवे ने कहा है कि बच्चे की मौत नये अतिक्रमण को हटाने के लिए तोड़-फोड़ अभियान शुरु करने से दो घंटे पहले सुबह करीब दस बजे हुई थी.
पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच से पता चलता है कि छह महीने के बच्चे की मौत कपड़ों के एक ढेर के गिरने से हुई थी. संयुक्त पुलिस आयुक्त दक्षिण पश्चिम दीपेन्द्र पाठक ने बताया कि जब परिवार के सदस्य कपडों को व्यवस्थित कर रहे थे तब कपड़ो का एक ढेर बच्चे के उपर गिर गया जिसपर उन लोगों ने ध्यान नहीं दिया. बच्चा इस ढेर को हटा नहीं सकता था और वह इसके अंदर दब गया. अब तक इस संबंध में कोई भी मामला दर्ज नहीं किया गया है. रेलवे ने एक बयान में कहा कि पुलिस सुरक्षा में अतिक्रमण हटाने का अभियान सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर शुरु हुआ था और शाम तक समाप्त हो गया था. घटना का संबंध इस अभियान से नहीं है.
वहीं दूसरी ओर शकूरबस्ती की झुग्गी बस्ती में एक बच्चे की मौत की घटना पर रेलवे ने कहा है कि घटना का इसकी अतिक्रमण हटाओ मुहिम से कोई सरोकार नहीं है क्योंकि स्थानीय लोगों को इस संबंध में जरुरी नोटिस दे दी गई थी. रेलवे ने कहा कि कल अतिक्रमण हटाओ मुहिम चलाई गई, क्योंकि रेलवे के नए यात्री टर्मिनल के लिए जमीन की जरुरत थी. रेलवे ने एक बयान में कहा कि रेलवे की जमीन खाली कराने के लिए अतिक्रमण करने वालों को पिछले नौ महीने में कई बार नोटिस जारी किया गया.
30 सितंबर 2015 से पहले जगह खाली करने के लिए नोटिस दिया गया था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. इसके अनुसार, जमीन खाली करने के लिए कल भी एक नोटिस भेजा गया. पुलिस की सुरक्षा में पूर्वाह्न 11 बजकर 50 मिनट पर अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शुरु की गई और शाम तक इसे पूरा कर लिया गया. बयान के अनुसार पुलिस आरपीएफ और रेलवे अधिकारियों ने संयुक्त रुप से बताया कि अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से हुई और मुहिम की जानकारी डीयूएसआईबी अधिकारियों को थी.
केजरीवाल ने कल देर रात पश्चिमी दिल्ली में घटनास्थल का दौरा किया और बेदखल किये गये लोगों के लिए भोजन और आश्रय की व्यवस्था करने में नाकाम रहने के मामले में दो उप मंडल मजिस्ट्रेट और एक वरिष्ठ अधिकारी के निलंबन का आदेश दिया. उत्तर रेलवे के अधिकारियों के अनुसार अतिरिक्त प्लेटफॉर्म, रिपेयरिंग यार्ड, वाशिंग लाइन, रखरखाव की सुविधा और स्टोर और इंजीनियरिंग विभाग के लिए कार्यालय के निर्माण की जरुरत है ताकि शकूर बस्ती स्टेशन पर अधिक दूरी वाली और लोकल ट्रेनों का संचालन किया जा सके. हालांकि, मुख्यमंत्री ने इतनी अधिक ठंड के समय में तोड़-फोड़ अभियान शुरु करने के लिए रेलवे पर निशाना साधा है. उन्होंने अभियान के बाद बेघर हुए लोगों के लिए तुरंत कंबल और भोजन उपलब्ध कराने के आदेश भी दिये. केजरीवाल ने ट्वीट किया कि रेलवे ने इतनी अधिक ठंड में 500 झुग्गियां ध्वस्त कर दी है. एक बच्चे की मौत हो गई है. भगवान उन्हें कभी माफ नहीं करेगा.
स्थानीय एसडीएम को भोजन और आश्रय की व्यवस्था करने का निर्देश दिया था लेकिन उन्होंने इसकी व्यवस्था नहीं की इसलिए उन्हें निलंबित किया गया. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु से बातचीत की है, जो कि इस अभियान से अवगत नहीं थे. वह भी स्तंभित थे. केजरीवाल ने ट्वीट किया कि तोड़-फोड़ अभियान वाले घटनास्थल से लौट रहा हूं. दिल दहला देने वाले दृश्य थे. कैसे हमारे अपने देशवासी हमारे सबसे गरीब देशवासियों के साथ ऐसा कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा बताया गया है कि करीब 500 झुग्गियों को ध्वस्त कर दिया गया है. हमें जो दस्तावेज देखने को मिले उससे पता चला कि लोग यहां 1992, 1994 से रह रहे हैं. लोग यहां 20 वर्षों से रह रहे हैं और उनकी झुग्गियां ध्वस्त कर दी गई. उन्होंने कहा कि जिन अधिकारियों ने ऐसा किया है, मुझे नहीं लगता कि उनमें मानवीयता बची है. हम स्थानीय डीएम, एसडीएम को निलंबित कर रहे हैं.