मप्र में 70 प्रतिशत और मिजोरम में 81 प्रतिशत मतदान

भोपाल : मध्यप्रदेश विधानसभा के लिए आज हुए चुनाव में 70 फीसदी से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया जो अब तक का सर्वाधिक स्तर है वहीं मिजोरम विधानसभा चुनाव के लिए हुए चुनाव में 81 प्रतिशत से ज्यादा मतदान हुआ.मध्य प्रदेश के धार जिले में मतदाताओं को रिश्वत देने के आरोप में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 26, 2013 12:43 AM

भोपाल : मध्यप्रदेश विधानसभा के लिए आज हुए चुनाव में 70 फीसदी से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया जो अब तक का सर्वाधिक स्तर है वहीं मिजोरम विधानसभा चुनाव के लिए हुए चुनाव में 81 प्रतिशत से ज्यादा मतदान हुआ.मध्य प्रदेश के धार जिले में मतदाताओं को रिश्वत देने के आरोप में महिला एवं बाल विकास मंत्री रंजना बघेल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी जयदीप गोविंद ने मतदान का ब्यौरा देते हुए कहा कि लहार विधानसभा क्षेत्र में कुछ स्थानों पर हवा में गोलियां चलाने की घटना हुयी. उन्होंने हालांकि कहा कि पुनर्मतदान कराए जाने की संभावना नहीं है.

उप चुनाव आयुक्त सुधीर त्रिपाठी ने दिल्ली में कहा कि मतदान हिंसा की छिटपुट घटनाओं को छोड़कर शांतिपूर्ण रहा. उन्होंने कहा कि भिंड जिले में हिंसा की चार और मुरैना जिले में तीन घटनाएं हुयीं. उन्होंने बताया कि दोनों जिलों में एक एक व्यक्ति घायल हो गया. दोनों जिलों में हिंसा भड़काने के आरोप में करीब 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

मध्य प्रदेश में 2008 में हुए विधानसभा चुनाव में 69.58 फीसदी मतदान हुआ था जबकि मिजोरम में 82.35 प्रतिशत मतदान हुआ था.गोविन्द ने कहा कि बालाघाट जिले में माओवाद से प्रभावित क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान हुआ. इसके लिए हेलीकाप्टरों की भी मदद ली गयी.

चुनाव अधिकारियों के अनुसार अपने इलाकों में सड़कों का निर्माण नहीं होने से नाराज लोगों ने कुछ मतदान केंद्रों पर मतदान का बहिष्कार किया.चौरई में भीड़ ने एक ईवीएम को क्षतिग्रस्त कर दिया. लेकिन उसे बदल दिया गया और कुछ समय बाद मतदान फिर शुरु हो गया.

मिजोरम में शाम छह बजे तक 81 प्रतिशत से अधिक मतदान होने की खबर थी और इसमें वृद्धि होने की संभावना है. 40 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए मतदान में मुख्यमंत्री लाल थनहवला और उनके 11 मंत्रियों सहित 142 उम्मीदवारों का भविष्य ईवीएम में बंद हो गया.

चुनाव आयोग ने पहली बार मिजोरम के 10 विधानसभा क्षेत्रों में ‘‘वोटर वेरिफिएबल पेपर आडिट ट्रेल’’ (वीवीपीएटी) का उपयोग किया. इसके तहत मतदाता अपने मतों के पिंट्रआउट में देख सकते हैं कि उन्होंने किस उम्मीदवार को मत दिया है.

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