नयी दिल्ली :जीएसटी विधेयक पर आज मुश्किल से ही कोई कदम आगे बढाया जा सका जहां सरकार और कांग्रेस के बीच कोई औपचारिक संवाद संभव नहीं हो सका.संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे से संपर्क का प्रयास दो बार किया लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली.
कल वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राज्यसभा में कांग्रेस के नेताओं के साथ इस विषय में बात की थी. सरकार ने आज एक बार फिर विधेयक को जल्द पारित कराने के लिए प्रयास किये और कांग्रेस से यह सोचने को कहा कि वह अपने पीछे क्या विरासत छोडकर जाएगी.
भाजपा संसदीय दल की बैठक में जेटली ने पार्टी नेताओं से कहा कि कांग्रेस जीएसटी के मुद्दे पर हर दिन अपना रख बदल रही है.भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ पार्टी नेताओं की अलग से एक बैठक में भी इस विषय पर बातचीत हुई जहां उन्होंने इस बारे में चर्चा की कि कांग्रेस किस तरह अलग अलग विषयों के आधार पर संसद के दोनों सदनों में कामकाज बाधित कर रही है.
जब नायडू से पूछा गया कि क्या वह कल खडगे से मुलाकात करेंगे तो उन्होंने कहा, ‘‘कोई समयसीमा नहीं दी गयी है. मैं उनसे मिलता रहूंगा.” जेटली ने कल जब राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद और कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा से बात की थी तो कांग्रेस नेताओं ने खड़गे की अनुपस्थिति का हवाला देते हुए कहा था कि जब वह होंगे तभी अच्छी तरह बातचीत संभव है.
सरकार के सूत्रों ने कहा कि नायडू ने आज सुबह से शाम तक दो बार खडगे से मिलने की कोशिश की लेकिन मुलाकात नहीं हो सकी.
जब नायडू से पूछा गया कि क्या वह इस सत्र में जीएसटी के लागू होने के लिहाज से संविधान संशोधन विधेयक पारित होने की संभावना अब भी देखते हैं तो उन्होंने महज इतना कहा, ‘‘अंतिम दो तीन दिन में भी कोई संभावना बन सकती है.” उन्होंने इस ओर भी इशारा किया कि कांग्रेस समेत किसी ने भी विधेयक का विरोध नहीं किया