नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कार्यालय भवन पर छापेमारी को लेकर आलोचनाओं की जद में आयी सीबीआई ने आज कार्रवाई को उचित ठहराते हुए कहा कि सभी जब्त फाइलों की सूची अदालत को सौंपी जायेगी. एजेंसी ने भ्रष्टाचार मामले में उनके प्रधान सचिव से आज फिर पूछताछ की.
एजेंसी की कल की कार्रवाई पर केजरीवाल ने तीखी प्रतिक्रिया जतायी जिन्होंने आरोप लगाये कि सीबीआई ने उनके प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार के खिलाफ जांच से ‘‘असंबद्ध” फाइलों को खंगाला. मुख्यमंत्री ने दावा किया कि डीडीसीए से संबंधित एक फाइल की जांच की गयी.
उन्होंने कई ट्वीट कर कहा, ‘‘सीबीआई मेरे कार्यालय में डीडीसीए की फाइल पढ़ती रही. वे इसे जब्त कर सकते थे. लेकिन मेरे मीडिया में जाने के बाद वे उसे छोड़ गये. यह स्पष्ट नहीं है कि वे इसकी प्रति ले गये या नहीं. मेरे कार्यालय से दस्तावेज जब्त किये गये. जिन आरोपों की जांच हो रही है उससे इसका कोई संबंध नहीं है.” जेटली ने कल अपने खिलाफ आरोपों को ‘‘खारिज” कर दिया था.
केजरीवाल ने एक दस्तावेज का फोटो भी अपलोड किया जिसमें सीबीआई द्वारा कल दिल्ली सचिवालय पर दिन भर की छापेमारी के दौरान ले जायी गयी फाइलों की सूची थी.एजेंसी की प्रवक्ता देवप्रीत सिंह ने कहा, ‘‘सीबीआई ने सभी 14 जगहों पर छापेमारी के दौरान कानूनी प्रक्रिया के मुताबिक स्वतंत्र गवाहों की उपस्थिति में बरामदगी की. छापेमारी सह जब्ती के ब्यौरे को सक्षम अदालत के समक्ष रखा जायेगा.”
एजेंसी के सूत्रों ने दावा किया कि उसने 1989 बैच के आईएएस अधिकारी कुमार से कुछ दस्तावेज बरामद किये जो उनके करीब 28 लाख रुपये के बैंक खातों से जुड़े हुए हैं. कुमार पर एक निजी कंपनी को सरकारी ठेके दिलाने में कथित तौर पर पक्षपात करने के आरोप हैं.
सीबीआई सूत्रों ने दावा किया कि आईसीएसआईएल के पूर्व एमडी ए. के. दुग्गल के पास से करीब 1 . 66 करोड रुपये के सावधि जमा से जुडे दस्तावेज बरामद किये गये.