इसरो ने पीएसएलवी -सी-29 से सिंगापुर के छह उपग्रहों का अंतरिक्ष में किया प्रक्षेपण
चेन्नई : बुधवार शाम 6 बजे श्रीहरिकोटा से पी.एस.एल.वी.-सी.-29 यान से सिंगापुर के छह उपग्रहों को छोड़ा गया. प्रक्षेपण के 20 मिनट बाद ही ये उपग्रह पृथ्वी की कक्षा में स्थापित हो जाएंगे. पीएसएलवी अपनी इस 32वीं उड़ान में छह उपग्रहों को भूमध्यरेखा की ओर 15 डिग्री के झुकाव पर स्थित 550 किलोमीटर की वृत्ताकार […]
चेन्नई : बुधवार शाम 6 बजे श्रीहरिकोटा से पी.एस.एल.वी.-सी.-29 यान से सिंगापुर के छह उपग्रहों को छोड़ा गया. प्रक्षेपण के 20 मिनट बाद ही ये उपग्रह पृथ्वी की कक्षा में स्थापित हो जाएंगे. पीएसएलवी अपनी इस 32वीं उड़ान में छह उपग्रहों को भूमध्यरेखा की ओर 15 डिग्री के झुकाव पर स्थित 550 किलोमीटर की वृत्ताकार कक्षा में स्थापित करेगा.
भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अंतरिक्ष में अपनी पहुंच का फायदा दूसरे देशों को भी देने के लिए तैयार है. इसरो की व्यावसायिक शाखा एंट्रिक्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड 20 देशों के 51 उपग्रहों के लिए पीएसएलवी के जरिए प्रक्षेपण की सेवाएं उपलब्ध करवा चुका है. सिंगापुर चार सौ किलोग्राम का टेली-ओ.एस.-1 संवेदी उपग्रह भूमध्य रेखा के ऊपर पांच सौ पचास किलोमीटर की वृत्ताकर कक्षा में स्थापित होने के साथ ही अंतरिक्ष में बड़ा छलांग लगा लेगा. सिंगापुर पहले भी पीएसएलवी की मदद से दो उपग्रह प्रक्षेपित कर चुका है.
हालांकि वे इससे छोटे थे और सीमित अवधि के लिए थे. यह इसरो का छठा विशेष व्यावसायिक प्रक्षेपण है. पीएसएलवी की पिछली 31 उड़ाने सफल रही हैं और आज शाम वैज्ञानिक इसकी 32वीं उड़ान की तैयारी में हैं.