नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी ने प्रेस कान्फ्रेंस कर सीबीआइ की दिल्ली सचिवायल में छापेमारी और डीडीसीए के कथित घोटाले को लेकर वित्तमंत्री अरुण जेटली पर गंभीर अनियमितता बरतने का आरोप लगाया. आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने कहा कि जेटली की अगुवाई में डीडीसीए यानी दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन अमीर लोगों की जायदाद बन कर रहा गया, जहां गरीब होनहार बच्चों काे प्रवेश नहीं मिलता था. उन्होंने कई सारे डाक्यूमेंट मीडिया को दिखाते हुए और उसका उल्लेख करते हुए आरोप लगाया कि जेटली की अगुवाई में डेढ़ दशक में डीडीसीए में करोड़ों रुपये के घोटाले हुए और उसका लाभ उनके चेहतों को मिला है.उन्होंने प्रधानमंत्री से उन्हें कैबिनेट से बाहर करने की मांग की.
राघव चड्ढा ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच के लिए दिल्ली सरकार ने जांच समिति बनायी और जिस अफसर ने नवंबर में रिपोर्ट दी, उस पर दिसंबर में एफआइआर दर्ज कर ली गयी. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल सरकार अब इस मामले में आयी रिपोर्ट के बाद कमिशन ऑफ इन्क्वायरी बैठाने वाली थी, तो मुख्यमंत्री के दफ्तर पर रेड कर दिया.
वहीं, बीसीआइ सचिव व भाजपा नेता अनुराग ठाकुर ने आप पार्टी के आरोपों को बेबुनियाद करार दिया. कहा कि पहले भी कांग्रेस के समय में डीडीसीए की जांच हुई और कुछ नहीं निकला. उन्होंने कहा कि आम अरविंद केजरीवाल और उनकी टीम मनगढंत आरोप लगा रही है. उन्होंने कहा कि कितना भी आरोप लगाओ, कुछ नहीं निकलेगा. भाजपा सचिव श्रीकांत शर्मा ने कहा कि पलटीमार केजरीवाल सरकार है और अरुण जेटली की छवि बहुत साफ है और उन पर लगाये जाने वाले आरोप बेबुनियाद हैं. वहीं कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने इस मुद्दे पर जेटली के साथ केजरीवाल पर भी निशाना साधा. कहा केजरीवाल के पास डीडीसीए के संबंध में 15 नवंबर 2015 को रिपोर्ट आ गयी थी, तो वे इतने दिनों से क्या कर रहे थे.
वहीं, अरुण जेटली ने इस संबंध में कहा है कि ध्यान भटकाने के लिए अरविंद केजरीवाल ऐसे मुद्दे उठा रहे हैं. उन्होंने कहा है कि देश के संघीय ढांचे के लिए अरुण जेटली खतरा है और वे झूठ बोल रहे हैं. उन्होंने कहा है कि कोई घोटाला नहीं हुआ है.
वहीं, भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने प्रेस कान्फ्रेंस कर कहा किईमानदार अरुण जेटली पर आम आदमी पार्टी ने गलत आरोप लगाने का दुस्साहस किया.यूपीएसरकार ने 21 मार्च 2013 को डीडीसीएसेसंबंधित अपनी जांचरिपोर्ट में उल्लेखकियाथा कि कोई भी फ्रॉड उनकी अध्यक्षता मेंनहींहुआ था. उन्होंने कहा कि डीडीसीए ने भी अपने प्रेस कान्फ्रेंस में भी कहा है कि जिस रिपोर्ट को आपनेतादिखा रहे थे, वेआम आदमी पार्टी का नहींडीडीसीएका है. उन्होंने कहा कि केजरीवालद्वारा अपने भ्रष्ट अफसरको बचाने का यह प्रयासतिलांजलिहैअन्ना के उस आंदोलन को जिसमें राजबालाकी शहादतहुई थी. ईरानी ने कहा भाजपा पूरी तरह से जेटली के पीछे खड़ी है.
डीडीसीए के कार्यकारी अध्यक्ष चेतन चौहान ने भी आरोप को बेबुनियाद बताया है और कहा है कि हम किसी को बचा नहीं रहे हैं.
आम आदमी पार्टी के जेटली पर बड़े आरोप बिंदुवार
90 करोड़ कहां खर्च किये
आम आदमी पार्टी ने कहा है कि डीडीसीए ने जेटली की अध्यक्षता में 24 करोड़ रुपये खर्च की योजना बनायी थी और 114 करोड़ रुपये खर्च हो गये. आखिर ये अतिरिक्त 90 करोड़ रुपये कहां खर्च हुए? इस मामले में जेटली ने कीर्ति झा आजाद को पत्र लिख कहा कि ये पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग द्वारा कराये गये हैं. राजीव चड्ढा के अनुसार, केवल 57 करोड़ का पेमेंट दिखाया गया है, बाकी 57 करोड़ रुपये कहां गये.
पांच कंपनियों के इमेल, डायरेक्टर एक ही
राघव चड्ढा ने कहा है कि 1 करोड 55 लाख का पेमेंट नौ कंपनियों को किया गया, इसमें पांच कंपनियों केपते, इमेल पते, डायरेक्टर एक ही हैं. इनके शेयर होल्डर का भी नेक्सेस है और इस तरह इन लोगों ने डीडीसीए से पैसा निकाल लिया. उन्होंने कहा कि तीन कंपनियों को 1.55 करोड़ रुपये को कर्ज दिये गये. बिना ऑथोरिटी की अनुमित के खर्च का बिलिंग कर दिया गया. उस पैसे की निकासी में सपोर्टिंग डाक्यूमेंट लगाये गये न बिल लगाये गये.
काम नहीं करने वाले को भी भुगतान
आप पार्टी ने कहा कि 1 करोड 15 लाख रुपये 16 फर्म को एक ही काम के लिए घूमा फिराकर भुगतान कर दिये गये. इसके लिए डीडीसीए के फाइनेेंसियल मैन्युअल को भी फॉलो नहीं किया गया. राघव चड्ढा ने जेटली पर प्राक्सी लिटिगेशन करवाने को भी आरोप लगाया. यानी किसी मामले में डीडीसीए पर केस करवा दिया गया और फिर प्राक्सी वकील खड़े कर उन्हें भुगतान कर दिया गया. उन्होंने इसी के उदाहरण के तौर पर किसी खुराना साहब का नाम लिया, जो अदालत में खड़े होते हैं और उन्हें भुगतान कर दिया जाता है. राघव ने कहा कि डीडीसीए के कुछ अपने वकील हैं, जो पैसे नहीं ले सकते, लेकिन उनके बेटे के नाम पर बिलिंग करवा कर अप्रत्यक्ष रूप से उन्हें भी भुगतान कर दिया गया. आप पार्टी ने कहा कि डीडीसीए में इंटरनल कंट्रोल नहीं है. कई सारे 20 हजार से उपर के ट्रांजेक्शन बिना सहमति के नकद कर दिये गये.
नरेंद्र बत्रा से क्या हैं रिश्ते बतायें जेटली
आम आदमी पार्टी ने कहा कि डीडीसीए के ट्रेजरार नरेद्र बत्रा से अरुण जेटली के क्या रिश्ते हैं वे यह बताएं. राघव ने कहाकीडीडीसीए मामले में कॉरपोरेट मंत्रालय ने भी जांच बैठायी थी. उन्होंने कहा कि इंडियन चार्टर्ड एसोसिएशन ने जिस सीए के खिलाफ रिपोर्ट दी है उसे ही डीडीसीए का सीए बना दिया है. उनके खिलाफ वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने भी बयान दिया है.
कारपोरेट बाक्स लेने वाली कंपनियों से क्या हैं रिश्ते?
आप पार्टी ने कहा कि जेटली के उन कंपनियों से क्या रिश्ते हैं, जिन्हें कॉरपोरेट बाक्सेस बेचे गये. पार्टी ने कहा कि वे जेटली की चहेती कंपनियां हैं. बॉक्स का जहां निर्माण कराया गया, उसके लिए न लैंड एप्रूवल लिया गया और न एमसीडी का सर्टिफिकेट लिया गया. ट्रेंडर प्रोसेस भी फाॅलो नहीं हुआ. खेल व युवा कार्य मंत्रालय के एक पत्र का हवाला देते हुए राघव चड्ढा ने कहा कि इन बॉक्सेस के लिए मनोरंजन कर भी नहीं चुकाया जा रहा है.
जिसकाे चाहा उसे चयनकर्ता बना लिया
आम आदमी पार्टी ने कहा कि डीडीसीए में जेटली ने जिसको चाहा उसे सेलेक्टर बनवा दिया. चार आदमी मेरे तीन आदमी तेरे का सिद्धांत फॉलो किया. इस कारण वहां गरीब बच्चे क्रिकेट नहीं खेल सकते हैं. वह नेताओं, अमीर लाेगों और इलीट लोगों की निजी जायदाद बन कर रह गयी है. इनता ही नहीं अंडर 21 में 22 से 23 साल के, अंडर 19 में 21 से 22 साल के और अंडर 16 में 17 से 18 साल उम्र के बच्चे बढ़ रहे हैं.