नयी दिल्ली : दिल्ली सरकार में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार के दफ्तर पर हुई सीबीआई की छापेमारी के बाद दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के बीच ठन गयी है. दिल्ली सरकार वित्त मंत्री अरुण जेटली पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रही है तो केंद्र सरकार का कहना है कि दिल्ली सरकार अपने अधिकारी के भ्रष्टाचार के खुलासे पर तिलमिला गयी है इसलिए ऐसा उलटा पुलटा बयान दे रही है.
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपने ऊपर लगे रहे आरोपों पर आज सफाई देते हुए कहा, आज तक मेरे सार्वजनिक जीवन में मुझ पर एक अंगुली भी नहीं उठी. जिस स्टेडियम को छोटा बनना था उसे दिल्ली की आवश्यकता को देखते हुए बनाया गया. दिल्ली में गैरसरकारी संसाधनों से बना एक मात्र बड़ा एक मात्र स्टेडियम यही है.
डीडीसीए विवाद पर अरविंद केजरीवाल पर पलटवार करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने उन पर ‘‘झूठा प्रचार’ करने का आरोप लगाया और कहा कि ऐसा लगता है कि वह झूठ और बदनामी में भरोसा करते हैं और उन्माद की हदें छूने वाली भाषा बोलते हैं.
जेटली ने केजरीवाल का समर्थन करने को लेकर पश्चिम बंगाल और बिहार के मुख्यमंत्रियों ममता बनर्जी और नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि उन्हें दिल्ली के मुख्यमंत्री के शब्दों से सार्वजनिक रुप से दूरी बनाकर ‘‘खुद की भरपाई करनी चाहिए.’ वित्त मंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 और 2015 के कुछ तथ्यों का जिक्र करके केजरीवाल उन्हें दिल्ली क्रिकेट संघ के मामले में नहीं घसीट सकते क्योंकि वह वर्ष 2013 में ही क्रिकेट प्रशासन छोड़ चुके हैं.
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से मेरा क्रिकेट से कोई लेना देना नहीं है, ना ही स्टेट में ना ही बीसीसीआई में. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने नाम लिये बगैर सांसद कीर्ति आजाद का जिक्र करते हुए कहा, एक सांसद हैं जो हमारे खिलाफ लिखते रहते हैं. मेरे खिलाफ उन्होंने पहले शिकायतें की थी और जांच भी की गयी थी. उन्होंने इस संबंध में जांच की और कहा कि इसमें मेरा कोई योगदान नहीं है मेरी भूमिका नहीं है.
वित्त मंत्री अरुण जेटली को अपनी सफाई में आम आदमी पार्टी के द्वारा लगाये गये आऱोपों के बाद सामने आना पड़ा. आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता राघव चड्ढा ने जेटली पर आरोप लगाते हुए कहा था कि सीबीआई का छापा डीडीसीए में हुए भ्रष्टाचार को दबाने के लिए किया गया है.