डीडीसीए विवाद : रविवार को प्रेस कांफ्रेस में बड़ा खुलासा करेंगे कीर्ति आजाद
नयी दिल्ली : डीडीसीए (दिल्ली डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन) के कथित भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी के दरभंगा से सांसद कीर्ति झा आजाद भी अब आरपार के मूड में हैं और इस मुद्दे पर पार्टी की सख्त हिदायक के बाद भी पीछे हटने को तैयार नहीं हैं.उन्हें आज भाजपा के संगठन मंत्रीरामलालने भाजपा मुख्यालय […]
नयी दिल्ली : डीडीसीए (दिल्ली डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन) के कथित भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी के दरभंगा से सांसद कीर्ति झा आजाद भी अब आरपार के मूड में हैं और इस मुद्दे पर पार्टी की सख्त हिदायक के बाद भी पीछे हटने को तैयार नहीं हैं.उन्हें आज भाजपा के संगठन मंत्रीरामलालने भाजपा मुख्यालय में इसी मामले को लेकर बुलाया और करीब आधे घंटे तक उन्हें समझायाकि वे डीडीसीए मुद्दे पर ज्यादा जोर नहीं दें, क्योंकि इससे पार्टी और सरकार की छवि खराब हो रही है. सूत्रों के अनुसार, रामलाल के साथ कीर्ति झा आजाद की एक बार कुछ दूसरे नेताओं की मौजूदगी में बैठक हुई और फिर उन्होंने उनसे अकेले में बात की. पर, कीर्ति उनके समझाने के बावजूद अपने स्टैंड पर कायम रहे.कीर्ति आजाद डीडीसीए मुद्दे पर खुद रविवार को एक प्रेस कान्फ्रेंस भी करने वाले हैं.सूत्रों के अनुसार, अब इस मामले में अमित शाह कीर्ति झा आजाद को तलब करने वाले हैं.
आजाद ने कहा, ‘‘मेरी लडाई भ्रष्टाचार की तरफ है और मैं इसे जारी रखूंगा. सूत्रों के अनुसार, कीर्ति झा आजाद ने संगठन मंत्री रामलाल को स्पष्ट कर दिया कि वे अब इस मामले में कदम पीछे नहीं खींच सकते हैं. वे डीडीसीए के एक सदस्य की हैसियत से उसके अंदर के भ्रष्टाचार के मुद्दे को पिछले छह सालों से उठाते रहे हैं और अब उससे पीछे नहीं हट सकते. आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल तो इस मामले को आज उठा रहे हैं.
इस मुलाकात के बाद जब कीर्ति झा आजाद मीडिया सेरूबरू हुए तो भी उनके तेवर नम्र नहीं तल्ख ही थे. उन्होंने आज यह संकेत दे दिया कि वे इस मुद्दे पर पार्टी लाइन को मानने को राजी नहीं हैं और जिस तरह पिछले छह साल से इस मामले को उठाते रहे हैं, वैसे ही आगे उठाते रहेंगे.
कीर्ति झा आजाद ने मीडिया से कहा कि केजरीवाल तो कल से यह बात उठा रहे हैं, मैं तो छह साल से मामला उठा रहा हूं. उन्होंने डीडीसीए काे एलआइसी यानी लीगल इंस्टीट्यूट आॅफ करप्शन तक बताते हुए कहा कि यह लड़ाई सिर्फ उनकी नहीं, बल्कि बिशन सिंह बेदी, मदनलाल, सुरेंद्र खन्ना सहित दूसरे लोगों की है. उन्होंने केरल हाइकोर्ट के एक फैसले और सुप्रीम कोर्ट के द्वारा उस फैसले को कायम रखने का उदाहरण देते हुए कहा कि क्रिकेट प्रबंधन से जुड़े लोग पब्लिक सर्वेंट होते हैं.
उल्लेखनीय है कि डीडीसीए मामले को लेकर कीर्ति झा आजाद का अपनी ही पार्टी के शिखर नेताओं में शुमार अरुण जेटली से हमेशा से मतभेद रहा है. कीर्ति संकेतों में उनकी आलोचना से बाज नहीं आते. वहीं, जेटली ने आज कीर्ति का नाम लिये बिना कहा कि एक सांसद हैं, जो उनके खिलाफ पत्र लिखते रहते हैं.