नयी दिल्ली : कांग्रेस ने आज इस मुद्दे पर संशय बरकरार रखा कि क्या पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी नेशनल हेराल्ड मामले में आगामी शनिवार को दिल्ली की एक अदालत के समक्ष पेश होने के बाद जमानत की मांग करेंगे.
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अभी दो दिन बचे हैं. बहुत समय (फैसला लेने के लिए) है. वकीलों की सलाह के मुताबिक फैसला किया जाएगा.’ उनसे सवाल किया गया था कि क्या सोनिया और राहुल जमानत का आग्रह करेंगे क्योंकि ऐसी अटकल है कि राजनीतिक लाभ लेने के लिए दोनों जमानत नहीं लेंगे.
आजाद ने कहा कि सोनिया, राहुल और पार्टी के संपूर्ण नेतृत्व को न्यायपालिका और देश के कानून में पूरा विश्वास है. उन्होंने, ‘‘इस मामले में हमें जो करना होगा, हमें जिन उपायों का इस्तेमाल करना होगा, वो हम करेंगे.’ आजाद ने इस खबरों को खारिज कर दिया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे नेतृत्व के प्रति एकजुटता प्रकट करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में एकत्र हो जाएं.
उन्होंने कहा, ‘‘किसी से भी दिल्ली आने के लिए नहीं कहा गया है.’ एक अन्य सवाल के जवाब में आजाद ने कहा कि पार्टी के लोकसभा और राज्यसभा सदस्यों से कहा गया है कि वे शीतकालीन सत्र के संपन्न होने तक दिल्ली में रहें. यह सत्र 23 दिसंबर को संपन्न हो रहा है. कानूनी प्रक्रिया के तहत जब किसी आरोपी को सम्मन किया जाता है तो उसे अदालत के समक्ष उपस्थित होना पडता है और वह जमानत की मांग करता है जिसे अदालत मंजूर कर सकती है. अन्यथा, आरोपी को न्यायिक हिरासत में ले लिया जाता है.