नयी दिल्ली : रक्षा खरीद परिषद ने गुरुवार को रूस से एस 400 वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली खरीदने को मंजूरी दे दी है. रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर की अध्यक्षता वाली परिषद ने पांच एस 400 ट्रम्फ वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली खरीदने का निर्णय लिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा से ठीक पहले इस अहम रक्षा सौदे को मंजूदी दी गयी है. भारतीय रक्षा क्षेत्र के लिए इसे बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है. इसके साथ ही रक्षा खरीद परिषद ने 571 हल्के बुलेट प्रूफ वाहनों की खरीद के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है. रूस से बने टी 72 और टी 90 टैंकों के लिए 120 ट्रॉलों की खरीद को भी मंजूरी दी गयी है.
जानिए एस 400 मिसाइल के बारे में
एस 400 मिसाइल के नाम से इस बात का संकेत मिलता है कि यह 400 किलोमीटर तक दुश्मन के विमानों, मिसाइलों और ड्रोन को मार सकती है. यानी यह भारत के लिए सीमा पर एक महत्वपूर्ण रक्षा उपकरण साबित होगा. इस मिसाइल का निर्माण कार्य 1990 केदशक के उत्तरार्ध में शुरू हुआ. इसका पहला परीक्षण 12 फरवरी 1999 को कपुस्टिन यार से किया गया और रूस की सेना में इसे 2001 में शामिल कर लिया गया.