राजस्थान में तीन दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर
जयपुर : राजस्थान विधान सभा की दो सौ में से 199 सीटों के लिए आगामी एक दिसंबर को होने वाले चुनाव में तीन दिग्गजों केंद्रीय श्रम मंत्री शीशराम ओला, पूर्व विदेश मंत्री कुंवर नटवर सिंह पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह की राजनीतिक प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. इन तीनों के पुत्र चुनावी रण में उतरे […]
जयपुर : राजस्थान विधान सभा की दो सौ में से 199 सीटों के लिए आगामी एक दिसंबर को होने वाले चुनाव में तीन दिग्गजों केंद्रीय श्रम मंत्री शीशराम ओला, पूर्व विदेश मंत्री कुंवर नटवर सिंह पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह की राजनीतिक प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. इन तीनों के पुत्र चुनावी रण में उतरे हैं.
राजस्थान के जाट दिग्गज बुजुर्ग नेता शीशराम ओला के पुत्र राजस्थान के आपदा राहत राज्य मंत्री बृजेंद्र ओला (62) अपनी परंपरागत झुंझुनूं जिले की झुंझुनूं विधान सभा सीट से चुनाव मैदान में हैं. पूर्व विदेश मंत्री कंुवर नटवर सिंह के पुत्र जगत सिंह भरतपुर जिले की कांमा विधान सभा सीट से और पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह के पुत्र मानवेंद्र सिंह बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड रहे हैं.
झुंझुनूं सीट पर ओला का मुकाबला भाजपा के राजीव सिंह और आठ अन्य उम्मीदवारों से हो रहा है. बृजेंद्र सिंह ओला ने गत विधान सभा चुनाव में भाजपा के डॉ मूल सिंह को नौ हजार तीन सौ सौलह मतों से पराजित किया था.
पूर्व विदेश मंत्री कुंवर नटवर सिंह के पुत्र जगत सिंह भरतपुर जिले की कांमा विधान सभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के रुप में चुनाव मैदान में है. जगत सिंह का मुख्य मुकाबला मौजूदा संसदीय सचिव कांग्रेस प्रत्याशी जाहिदा खान से होना तय है.
कांमा क्षेत्र में जगत सिंह, जाहिदा खान के अलावा सत्ररह और उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. कांमा में कुल एक लाख 96 हजार से अधिक मतदाता हैं.
वर्ष 2008 के चुनाव में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता स्व तैयब हुसैन की पुत्री जाहिदा खान ने भाजपा के नसरु खां को सात हजार आठ सौ पैसठ मतों से पराजित किया था.
बाडमेर जिले की शिव विधानसभा सीट से पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह की राजनीतिक प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है. पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह के पुत्र मानवेन्द्र सिंह भाजपा के टिकट पर चुनाव लड रहे हैं. मानवेंद्र सिंह का मुकाबला अशोक गहलोत सरकार में मंत्री कांग्रेस के प्रत्याशी अमीन खान से है. इस क्षेत्र के मतदाताओं की संख्या दो लाख इक्कीस हजार से अधिक है. मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा उम्मीदवार के बीच होने की संभावना है.वर्ष 2008 के चुनाव में कांग्रेस के अमीन खान ने भाजपा के जालम सिंह को 29860 भारी मतों के अंतर से पराजित किया था.