2013 में बिहार में एनडीए से अलग होने का फैसला सही था : जदयू
नयीदिल्ली (प्रभात खबर, नेशनल ब्यूरो) : पार्लियामेंट एनेक्सी भवन में चल रही जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कई अहम फैसले लिए गए. प्रभात खबर के नेशनल ब्यूरो प्रमुख के मुताबिक कार्यकारिणी की बैठक में राजनीतिक और आर्थिक प्रस्ताव पेश किए गए . राजनीतिक प्रस्ताव को केसी त्यागी ने पेश किया. जबकि आर्थिक प्रस्ताव […]
नयीदिल्ली (प्रभात खबर, नेशनल ब्यूरो) : पार्लियामेंट एनेक्सी भवन में चल रही जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कई अहम फैसले लिए गए. प्रभात खबर के नेशनल ब्यूरो प्रमुख के मुताबिक कार्यकारिणी की बैठक में राजनीतिक और आर्थिक प्रस्ताव पेश किए गए . राजनीतिक प्रस्ताव को केसी त्यागी ने पेश किया. जबकि आर्थिक प्रस्ताव को राज्यसभा सांसद हरिवंश ने पेश किया, जिसका समर्थन नेताओं ने किया. राष्ट्रीय कार्यकारिणी में सबसे पहले बिहार में मिली जीत पर चर्चा की गयी.
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में इस बात की चर्चा हुई कि भले ही जदयू को इस विधानसभा चुनाव में मात्र 71 सीटें मिली लेकिन वर्ष 2013 में जिस विचारधारा के आधार पर जदयू ने अपना नाता एनडीए से तोड़ा था उस विचारधार की जीत विधानसभा चुनाव में महागंठबंधन के साथ मिली. महागंठबंधन ने कुल 178 सीटें जीतकर इस बात पर मुहर लगा दी. बैठक में चुनाव चिन्ह को लेकर कंफ्यूजन के चलते लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में जदयू को मिली कम सीटों पर भी चर्चा की गयी. पार्टी ने चुनाव चिन्ह को लेकर शरद यादव को इसके लिए अधिकृत किया ताकी वे चुनाव आयोग से मिलकर चुनाव चिन्ह बदलने के बारे में आगे कार्यवाही करें.
जदयू केंद्र की राजनीति में व्यापक रूप से अपने पांव पसारने और बिहार विधानसभा चुनाव में मिली जीत का लाभ उठाने के लिए रणनीति पर भी चर्चा हुई. अगले साल असम और पश्चिम बंगाम में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे मेें दोनों राज्यों में पार्टी अपनी उपस्थिति दर्ज करने की तैयारीकोलेकर भी सलाह मशविरा कियागया.