DDCA विवाद : AK, कीर्ति आजाद व AAP नेताओं पर मानहानि का केस करेंगे जेटली

नयी दिल्ली : केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपने खिलाफ ‘झूठा और अपमानजनक’ बयान देने को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल पर पलटवार करते हुए उन पर और पांच अन्य आप नेताओं के खिलाफ दिल्ली की अदालतों में कल मानहानि का आपराधिक और दीवानी मुकदमा दायर करने का फैसला किया. इसके अलावा जेटली अपने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 20, 2015 8:55 PM

नयी दिल्ली : केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपने खिलाफ ‘झूठा और अपमानजनक’ बयान देने को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल पर पलटवार करते हुए उन पर और पांच अन्य आप नेताओं के खिलाफ दिल्ली की अदालतों में कल मानहानि का आपराधिक और दीवानी मुकदमा दायर करने का फैसला किया. इसके अलावा जेटली अपने ही पार्टी के सांसद और पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज करेंगे.

वहीं, ‘आप’ ने कहा है कि वे लोग धमकाने वाली ऐसी तरकीबों से नहीं डरेंगे. जेटली ने बताया कि उन्होंने अपनी व्यक्तिगत क्षमता से केजरीवाल, कुमार विश्वास, आशुतोष, संजय सिंह, राघव चड्ढा और दीपक बाजपेयी के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में मानहानि का दीवानी मुकदमा तथा पटियाला हाउस अदालत में मानहानि का आपराधिक मुकदमा दायर करने के लिए कानूनी टीम को निर्देश दिया है. केंद्रीय वित्त मंत्री ने उन लोगों पर अपने और अपने परिवार के सदस्यों के खिलाफ झूठे तथा अपमानजनक बयान देने का आरोप लगाया.

दिल्ली क्रिकेट इकाई ‘दिल्ली एंड डिस्ट्रक्टि क्रिकेट एसोसिएशन’ (डीडीसीए) में कथित अनियमितता और वित्तीय गडबडी को लेकर केजरीवाल एवं आप के अन्य नेताओं द्वारा खुद पर प्रहार किए जाने के मद्देनजर जेटली ने यह कदम उठाया है. जेटली करीब 13 साल तक और 2013 तक डीडीसीए के अध्यक्ष रहे थे.

केजरीवाल और ‘आप’ के पांच नेता जेटली के खिलाफ डीडीसीए के मामलों को लेकर सार्वजनिक तौर पर आरोप लगा रहे हैं हालांकि कुछ आरोप इसके अतिरिक्त भी हैं. जेटली ने अपने परिवार के लोगों के खिलाफ भी आरोपों को हास्यास्पद बताते हुए कहा, ‘‘मेरा ऐसा कोई पारिवारिक सदस्य नहीं है जिसका कभी भी किसी भी तरह के कामकाज में एक पैसे की भी रुचि रही हो. खेल प्रबंधन के काम काज में मेरे परिवार का क्यों हिस्सा होना चाहिए?’

जेटली ने केजरीवाल और आप के अन्य नेताओं को कोई कानूनी नोटिस नहीं देने का विकल्प चुना है. इसके बजाय सीधे ही अदालतों में मामले दायर किए जाएंगे. आप नेता दीपक बाजपेयी ने बताया, ‘‘हम धमकी भरी ऐसी तरकीबों से नहीं डरेंगे. हम अरुण जेटली के अतीत का भेद जानते हैं. आज के खुलासे के बाद, पूरा देश सच्चाई के बारे में जान गया है और हम भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं, चाहे जो कुछ भी करना पड़े.’

ज्ञात हो डीडीसीए में 2012 तक अध्‍यक्ष पद पर रहे अरुण जेटली पर उनके कार्यकाल के दौरान कथित घोटाले को लेकर लगातार आरोप लगाये जा रहे हैं. आम आदमी पार्टी और उनके नेताओं ने जेटली के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वहीं भाजपा सांसद कीर्ति आजाद ने भी बागी तेवर अपनाते हुए अरुण जेटली पर भ्रष्‍टाचार के लिए खुली चुनौती दे रखी है.

पार्टी अध्‍यक्ष अमित शाह के मना करने के बाद भी आज कीर्ति आजाद ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस किया और अरुण जेटली पर परोक्ष रूप से हमला किया. उन्‍होंने तीन साल पहले के वीडियो फुटेज जारी किये और एजीएम में अपने और जेटली के बीच हुए बहस को दिखाया. साथ ही उन्‍होंने डीडीसीए में हुए घोटाले के बारे में विस्‍तार से बताया.

दूसरी ओर डीडीसीए मामले को लेकर आम आदमी पार्टी ने अरुण जेटली को भाजपा के सुरेश कलमाड़ी तक कहा डाला. आप नेताओं ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस कर कई दफा जेटली पर गंभीर आरोप लगाये और उनके इस्‍तीफे भी मांग डाले.

दरअसल डीडीसीए मामला एक फिर चर्चा पर तब आयी जब दिल्ली सरकार में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार के दफ्तर पर सीबीआई ने छापेमारी की. छापेमारी के बाद दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के बीच ठन गयी.

इधर डीडीसीए मामले पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपने ऊपर लगे रहे आरोपों पर सफाई देते हुए कहा, आज तक मेरे सार्वजनिक जीवन में मुझ पर एक अंगुली भी नहीं उठी. जिस स्टेडियम को छोटा बनना था उसे दिल्ली की आवश्यकता को देखते हुए बनाया गया. दिल्ली में गैरसरकारी संसाधनों से बना एक मात्र बड़ा एक मात्र स्टेडियम यही है.

डीडीसीए विवाद पर अरविंद केजरीवाल पर पलटवार करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने उन पर ‘‘झूठा प्रचार’ करने का आरोप लगाया और कहा कि ऐसा लगता है कि वह झूठ और बदनामी में भरोसा करते हैं और उन्माद की हदें छूने वाली भाषा बोलते हैं.

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