सरकार को चीनी उद्योग की समस्याओं का समाधान करना चाहिए :कांग्रेस, जदयू

नयी दिल्ली: महाराष्ट्र, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश के गन्ना उत्पादकों की बेहतर कीमत की मांग और चीनी उद्योग द्वारा पैकेज मांगे जाने के मद्देनजर कांग्रेस और जदयू ने आज सरकार से फौरन हस्तक्षेप की मांग की। साथ ही, कच्ची चीनी के आयात पर रोक लगाने की मांग की. कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘‘सरकार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 29, 2013 7:46 PM

नयी दिल्ली: महाराष्ट्र, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश के गन्ना उत्पादकों की बेहतर कीमत की मांग और चीनी उद्योग द्वारा पैकेज मांगे जाने के मद्देनजर कांग्रेस और जदयू ने आज सरकार से फौरन हस्तक्षेप की मांग की। साथ ही, कच्ची चीनी के आयात पर रोक लगाने की मांग की.

कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘‘सरकार को चीनी पर अवश्य ही कोई शीघ्र फैसला करना चाहिए। कच्ची चीनी के आयात पर रोक लगाना चाहिए और चीनी के निर्यात को खोलना चाहिए तथा इसे प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए.’’उन्होंने दो ट्विट में कहा है कि चीनी उद्योग की मौजूदा कीमतें धारणीय नहीं हैं. सरकार को शीघ्रता से कार्रवाई करनी चाहिए.

भारतीय चीनी उद्योग मिल एसोसिएशन (इस्मा) के फैसले पर गंभीर चिंता जताते हुए जदयू सांसद केसी त्यागी ने कहा कि यदि वे उन्हें चार दिसंबर तक चालू नहीं करते हैं तो सरकार को चीनी मिलों को अपने कब्जे में लेकर संचालित करना चाहिए. त्यागी ने कहा कि चीनी मिलों पर 3,000 रुपये का बकाया है जिस पर मिल मालिक चुप हैं.

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