येचुरी ने उठाया सवाल, क्या मोदी आडवाणी की तरह जेटली के इस्तीफे का दे रहे हैं संकेत
नयी दिल्ली : डीडीसीए मामले पर वित्त मंत्री अरुण जेटली को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन मिलता दिख रहा है. आज भाजपा के संसदीय दल की बैठक में नरेंद्र मोदी ने कहा कि अरुण जेटली उसी तरह बेदाग निकलकर आएंगे, जैसे लाल कृष्ण आडवाणी हवाला मामले में आए थे. आपको बता दें कि इन दिनों […]
नयी दिल्ली : डीडीसीए मामले पर वित्त मंत्री अरुण जेटली को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन मिलता दिख रहा है. आज भाजपा के संसदीय दल की बैठक में नरेंद्र मोदी ने कहा कि अरुण जेटली उसी तरह बेदाग निकलकर आएंगे, जैसे लाल कृष्ण आडवाणी हवाला मामले में आए थे. आपको बता दें कि इन दिनों डीडीसीए मामले को लेकर सदन में हंगामा मचा हुआ है. दोनों सदन में विपक्ष इस मामले में अरुण जेटली के इस्तीफे की मांग कर रहा है.मोदी के बयान पर माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने टिप्पणी की है. उन्होंने कहा है कि आडवाणी जी ने हवाला में आरोप लगने के बाद पद से इस्तीफा दे दिया था, तो क्या मोदी जेटली के लिए ऐसा संकेत दे रहे हैं.
कीर्ति आजाद ने बढाई जेटली की मुश्किलें
डीडीसीए में कथित अनियमितताओं का मामला सोमवार को लोकसभा में उठा और भाजपा सदस्य कीर्ति आजाद ने इस मामले में समयबद्ध एसआईटी जांच की मांग करके सत्तापक्ष को असहज कर दिया वहीं कांग्रेस ने वित्त मंत्री अरुण जेटली के इस्तीफे की मांग की. हालांकि लोकसभा में जेटली ने भ्रष्टाचार के आरोपों को ‘‘बेबुनियाद और पूरी तरह गलत’ बताते हुए खारिज कर दिया. कीर्ति आजाद ने सत्ता पक्ष को असहज स्थिति में डालते हुए कहा कि जब ये अनियमितताएं हुईं, उस दौरान जेटली डीडीसीए के अध्यक्ष थे. उन्होंने कहा कि विपक्ष को पूरे मामले की समयबद्ध एसआईटी जांच की मांग करनी चाहिए. इससे पहले इस मामले को लेकर कीर्ति आजाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुके हैं.
वेंकैया नायडू ने किया जेटली का बचाव
सरकार की ओर से संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कल जेटली का बचाव करते हुए कहा कि जेटली, निष्कलंक चरित्र, ईमानदार और सार्वजनिक जीवन में उच्च मानदंड का पालन करने वाले’ व्यक्ति हैं. वहीं जेटली के स्पष्टीकरण से असंतोष जताते हुए सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित कांग्रेस के सभी सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया. कांग्रेस के वेणुगोपाल ने शून्यकाल में यह मामला उठाते हुए कहा कि जेटली जिस समय डीडीसीए के अध्यक्ष थे, उस समय इसमें अनियमितताओं की बहुत सी शिकायतें मिली हैं. खासकर दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम के निर्माण को लेकर शिकायत है.