जेटली मानहानि मामला: 6 ”आप” नेताओं को नोटिस
नयी दिल्ली : डीडीसीए ( दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ) मामले में अरुण जेटली द्वारा दायर मानहानि के मामले में आज दिल्ली हाईकोर्ट ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित 6 ‘आप’ पार्टी के नेताओं को नोटिस भेजा है. कोर्ट ने इस नोटिस का जवाब तीन हफ्ते में देने को कहा है.कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई […]
नयी दिल्ली : डीडीसीए ( दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ) मामले में अरुण जेटली द्वारा दायर मानहानि के मामले में आज दिल्ली हाईकोर्ट ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित 6 ‘आप’ पार्टी के नेताओं को नोटिस भेजा है. कोर्ट ने इस नोटिस का जवाब तीन हफ्ते में देने को कहा है.कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई 5 फरवरी तय की है.आपको बता दें कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने डीडीसीए में लगे आरोप के बाद खुद को बेकसूर बताते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत आम आदमी पार्टी के कई दिग्गज नेताओं के खिलाफ मानहानि का केस सोमवार को दर्ज करवाया है.
जेटली ने दो मामले कराए हैं दर्ज
डीडीसीए मामले में अरुण जेटली ने आप नेताओं के खिलाफ दो मामले दर्ज कराए है. हाईकोर्ट में मानहानि जबकि पटियाला कोर्ट में आपराधिक मुकदमा दर्ज कराया है. पटियाला कोर्ट ने कल जेटली के द्वारा दायर मानहानि के केस की अगली सुनवाई 5 जनवरी 2016 तय की है. पटियाला कोर्ट में जेटली के वकील सिद्धार्थ लुथरा ने कोर्ट के समक्ष दलील दी कि जेटली ने अपने कार्यकाल में एक पैसे का घोटाला नहीं किया है. सिद्धार्थ ने कोर्ट को आप नेताओं के ट्विट्स भी दिखाए.मामले की सुनवाई को लेकर जेटली, वैंकया नायडू ,जेपी नड्डा, धर्मेंद्र प्रधान, निर्मला सीतारमण और स्मृति इरानी पटियाला कोर्ट पहुंचे थे.
केजरीवाल का केस जेठमलानी लड़ेंगे
खबर है कि इस मामले में अरविंद केजरीवाल की तरफ से वरिष्ठ वकील और भाजपा के पूर्व सहयोगी राम जेठमलानी केस लड़ेंगे. भारतीय जनता पार्टी के सांसद कीर्ति आजाद पहले से ही डीडीसीए घोटाले को लेकर मैदान में है अब रामजेठमलानी केजरीवाल के पैरोकार बनकर सामने आ रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि इस पर हैरत की कोई बात नहीं रामजेठमलानी एक वकील है औऱ व्यवसायिक तौर पर इस केस को लड़ने के लिए स्वतंत्र हैं.
जेटली का इनकार
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कल लोकसभा में इस मामले पर अपनी संलिप्ता से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि अपने सार्वजनिक जीवन में आजतक उन पर कोई आरोप नहीं लगे और बगैर सबूत के उन पर इस तरह के गंभीर आरोप लगाये जा रहा है. सोमवार को सदन में भी इस मामले को लेकर जोरदार हंगामा किया गया और विपक्ष ने मामले को लेकर जेटली के इस्तीफे की मांग की.