हरियाणा में अब प्रधानी बचाने के लिए सौतन भी कबूल
गुड़गांव : हरियाणा में पंचायत चुनाव को लेकर नये आदेश ने बहुत लोगों को मुश्किल में डाल दिया है. हरियाणा में अब पंचायत चुनाव में सरपंची की चौधर के लिए लोग नये-नये रास्ते तलाश करने में जुट गये है. इसी कड़ी में यहां पढ़े लिखे दुल्हनों की मांगभी तेज हो गयी है. इसका ताजा उदाहरण […]
गुड़गांव : हरियाणा में पंचायत चुनाव को लेकर नये आदेश ने बहुत लोगों को मुश्किल में डाल दिया है. हरियाणा में अब पंचायत चुनाव में सरपंची की चौधर के लिए लोग नये-नये रास्ते तलाश करने में जुट गये है. इसी कड़ी में यहां पढ़े लिखे दुल्हनों की मांगभी तेज हो गयी है. इसका ताजा उदाहरण मेवात जिले के सिंगार गांव में देखने को मिला, जहां एक महिला ने अपने ही घर में सरपंची रखने के चक्कर में अपने पति का दूसरा निकाह करवा दिया और खुद ही घर में सौतन ले आई.
पति को दूसरी शादी के लिए किया राजी
सिंगार मेवात जिले का दूसरा बड़ा गांव माना जाता हैऔर इस गांव की आबादी 35 हजार से अधिक है. सिंगार गांव की सरपंची इस बार महिलाओं के हाथों में है. नये नियम के अनुसार रिजर्व वार्ड में महिलाओं के चुनाव लड़ने के लिए आठवीं पास होना जरूरी है. जबकि गांव के निवर्तमान सरपंच हनीफ के घर में कोई भी महिला आठवीं पास नहीं है. ऐसे में जब वह गांव की चौधरी अपने घर में रखने की हर कोशिश हार गया तो उसकी पत्नी जाहिरा ने हनीफ को दूसरी शादी के लिए राजी किया.
इतना ही नहीं उसने अपनी रिश्तेदारी की विधवा महिला साजिदा को भी अपने पति के साथ शादी के लिए तैयार किया. फिरोजपुर झिरका के पास कौल गांव की रहने वाली साजिदा व अपने पति हनीफ को शादी के लिए तैयार करके आखिरकार 11 सितंबर को उसने दोनों का निकाह भी करवा दिया. अब नयी बहू चुनाव लड़कर चौधर घर में ही रखने की जुगत लगाएगी.