नयी दिल्ली : संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही आज अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गयी. इसके साथ ही शीतकालीन सत्रकासमापनहो गया.इससत्र मेंलोकसभा में 11 व राज्यसभा में तीन विधेयक पारित हुए.जेवेनाइलजस्टिस जैसा अहम विधेयक पास करनासंसद कीएकबड़ी उपलब्धि है, लेकिन जीएसटीजैसेअहमसंविधान संशोधन विधेयक के अटकने से उद्योग जगतव आम लोगों में भीनिराशा आयी.
लगभग एक महीने लंबे इस सत्र में नेशनल हेराल्ड केस, हरियाणा व पंजाब में दलितों पर हुए अत्याचार व डीडीसीए विवाद की पूरी छाया रही. सदन का सबसे ज्यादा वक्त नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी व राहुल गांधी की अदालत में पेशी को लेकर विपक्ष के हंगामे के कारण बर्बाद हुआ.
26 नवंबर से शुरू हुए इस सत्र की कुल 20 बैठकें हुईं और व्यवधानों व स्थगन के कारण काम के कई घंटे बर्बाद हुए. इस सत्र में संविधान पर भी पहली बार दो दिन की विशेष बैठक हुई, जिसका अंत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं जवाब दिया.
इस सत्र में 2015 16 के लिए अनुदान की अनुपूरक मांगों और 2012 13 के लिए अतिरिक्त अनुदान की मांगों को भी मंजूरी दी गयी. लोकसभा अध्यक्ष ने सत्र के समापन पर कहा कि इस सत्र में आठ घंटे 37 मिनट बर्बाद हुए. साथ ही नष्ट हुए समय की क्षतिपूर्ति के लिए 17 घंटे 10 मिनट देर तक सदन की बैठकें हुईं. समापन पर स्पीकार ने सबों को क्रिसमस व नववर्ष की शुभकामनाएं दी और सांसदों से कहा कि अगर आप किसी विषय पर विरोध दर्ज कराना चाहते हैं, तो संसदीय प्रक्रियाओं का पालन करते हुए ऐसा करें. संसद की कार्यवाही के आखिरी दिन राम मंदिर निर्माण का मुद्दा भी उठा.