जयसूर्या ने अनबन से किया इनकार
तिरुवनंतपुरम: पूर्व क्रिक्रेटर और श्रीलंका के मंत्री सनत जयसूर्या ने उनके यहां हाल ही में हुए राष्ट्रमंडल सम्मेलन में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के भाग नहीं लेने के आलोक मे भारत और उनके देश के बीच किसी अनबन की संभावना से आज इनकार किया. उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘भारत हमेशा से ही श्रीलंका का अच्छा […]
तिरुवनंतपुरम: पूर्व क्रिक्रेटर और श्रीलंका के मंत्री सनत जयसूर्या ने उनके यहां हाल ही में हुए राष्ट्रमंडल सम्मेलन में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के भाग नहीं लेने के आलोक मे भारत और उनके देश के बीच किसी अनबन की संभावना से आज इनकार किया.
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘भारत हमेशा से ही श्रीलंका का अच्छा दोस्त रहा है. किसी अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में किसे भेजा जाए- यह किसी देश का अपना निजी चुनाव है. यदि मेरी जानकारी सही है तो भारतीय प्रधानमंत्री ने पर्थ में भी हुए चोगम में हिस्सा नहीं लिया था.’’ सिंह इसी महीने के प्रारंभ में कोलंबो में हुए राष्ट्रमंडल देशों के प्रमुखों की बैठक में नहीं गए थे और उन्होंने विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल भेजा था.
दरअसल ऐसा तमिलनाडु के राजनीतिक दलों के इस आह्वान के बीच हुआ कि वर्ष 2009 में तमिल विद्रोहियों के साथ लड़ाई के अंतिम चरण में कथित मानवाधिकार उल्लंघन को लेकर भारत इस सम्मेलन का बहिष्कार करे.
जयसूर्या ने मानवाधिकार उल्लंघन के कथित उल्लंघन की स्वतंत्र जांच की ब्रिटेन की मांग पर कहा, ‘‘बतौर संप्रभु और स्वतंत्र देश, हमारा अपना कानून और न्याय तंत्र है. हम उसके अनुसार काम कर रहे हैं. इस मुद्दे की अंतरराष्ट्रीय जांच की कोई जरुरत नहीं है.’’ पूर्व क्रिक्रेट राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे की सरकार में डाकसेवा उपमंत्री हैं.