कीर्ति पर राहुल ने पीएम से पूछा, क्या हुआ तेरा वादा
नयी दिल्ली : भाजपा ने वित्त मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ डीडीसीए में कथित भ्रष्टाचार को लेकर एक अभियान चला रहे अपने सांसद कीर्ति आजाद के खिलाफ कार्रवाई करते हुए बुधवार को उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया. यह मामला राजनीतिक रंग लेता जा रहा है. कीर्ति के निलंबन को लेकर आज कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल […]
नयी दिल्ली : भाजपा ने वित्त मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ डीडीसीए में कथित भ्रष्टाचार को लेकर एक अभियान चला रहे अपने सांसद कीर्ति आजाद के खिलाफ कार्रवाई करते हुए बुधवार को उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया. यह मामला राजनीतिक रंग लेता जा रहा है. कीर्ति के निलंबन को लेकर आज कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था ‘न खाऊंगा न खाने दूंगा’ लेकिन अब जब उनकी पार्टी के ही सांसद भ्रष्टाचार को उजागर कर रहे हैं तो उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया. राहुल ने कहा कि लगता है ‘मोदी जी अपना वादा भूल गए हैं’. मोदी जी को इसका जवाब देना चाहिए. गौरतलब है कि इन दिनों राहुल गांधी अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी के दौरे पर हैं.
कांग्रेस ने साधा निशाना
इससे पहले कांग्रेस ने बुधवार रात कहा कि भाजपा से कीर्ति आजाद का निलंबन भ्रष्टाचार को उजागर करने का नतीजा है और उसके जिन नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सुरक्षा मिली हुई है. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा से कीर्ति आजाद का निलंबन उस भ्रष्टाचार को उजागर करने का नतीजा है जिसने भाजपा को जकडा हुआ है. उन्होंने आरोप लगाया कि इससे भाजपा के काम करने का तरीका जाहिर होता है.
‘आप’ का जेटली पर हमला
वहीं आम आदमी पार्टी ने भी कहा है कि भ्रष्टाचार के मामले में भाजपा एक और आरोपी को बचाने में लग गयी है. डीडीसीए केस की जांच प्रक्रिया होते तक अरुण जेटली को अपने पद से इस्तीफा देना होगा. आपको बता दें कि अरुण जेटली के खिलाफ आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने डीडीसीए मामले में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बुधवार को प्रदर्शन किया जेटली के खिलाफ उन्हीं के घर के बाहर आप कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की. कार्यकर्ताओं की मांग है कि अरुण जेटली अपने पद से इस्तीफा दे दें.
क्या है मामला
बिहार के दरभंगा से तीसरी बार सांसद चुने गए आजाद स्वयं एक पूर्व क्रिकेटर हैं. वह वर्षों से डीडीसीए मामलों को लेकर जेटली को निशाना बनाते हुए एक अभियान चला रहे हैं. यद्यपि चीजें उनके खिलाफ तब हो गई जब उन्होंने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की सलाह के खिलाफ जाते हुए यहां रविवार को एक संवाददाता सम्मेलन किया और लोकसभा में खुली चुनौती देते हुए समयबद्ध एसआईटी जांच की मांग की.