राजनाथ ने सीमा रक्षक बल को जासूसी कौशल बढ़ाने को कहा
नयी दिल्ली: गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज सीमा रक्षक बल एसएसबी को अपने जासूसी कौशल को बढाने और यह सुनिश्चित करने को कहा कि आतंकवादी समूह नेपाल और भूटान सीमा पर एकत्र होने और अपने घृणित भारत विरोधी इरादों को आगे नहीं बढा सकें. सशस्त्र सीमा बल के अधिकारियों और जवानों को यहां बल […]
नयी दिल्ली: गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज सीमा रक्षक बल एसएसबी को अपने जासूसी कौशल को बढाने और यह सुनिश्चित करने को कहा कि आतंकवादी समूह नेपाल और भूटान सीमा पर एकत्र होने और अपने घृणित भारत विरोधी इरादों को आगे नहीं बढा सकें.
सशस्त्र सीमा बल के अधिकारियों और जवानों को यहां बल के शिविर में उसके 52 वें स्थापना दिवस के अवसर पर संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इन दोनों देशों के साथ भारत के मैत्री पूर्ण संबंधों के मद्देनजर दोनों संवेदनशील सीमाओं पर सुदृढ और तेज खुफिया प्रणाली सर्वाधिक महत्वपूर्ण हथियार है. भारत की दोनों देशों के साथ सीमाएं खुली हैं. एसएसबी को 2001 में एक दशक पहले इन सीमांत क्षेत्रों की सुरक्षा का काम सौंपा गया था जब इसका नियंत्रण बाह्य खुफिया एजेंसी रॉ से लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय को सौंपा गया था.
उन्होंने बल को अच्छे तरीके से अपने सीमा रक्षा के काम को अपने जासूसी कौशल के साथ मिलाने का संकेत देते हुए कहा, ‘‘मेरा दृढ विश्वास है कि सीमा रक्षक बल होने के नाते आप नेपाल और भूटान से लगी सीमा पर किसी भी तरह की राष्ट्र विरोधी और आपराधिक गतिविधि को रोकने में सफल होंगे . आपकी एक विशेषता है और वह है आपकी खुफिया प्रणाली. आपके अनुभवों और अच्छे कार्यों के आधार पर आपको इसे (जासूसी क्षमताओं) बेहतर करना होगा ताकि यह प्रणाली निकट भविष्य में अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में सक्षम हो सके.’
सिंह ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि संवेदनशील और खुली भारत-नेपाल और भारत-भूटान सीमा पर खुफिया तंत्र अपराध नियंत्रण के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण हथियार है. इस बल को न सिर्फ अपने नए कार्य के लिए असाधारण सेवा देनी है बल्कि 2001 से पहले के अपने कार्यों को भी ध्यान में रखना है.’
गृह मंत्री ने कहा कि अर्द्धसैनिक बल को विशेष खयाल रखना है और इन दो सीमा पर अवांछित गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए अपने जासूसी तंत्र का इस्तेमाल करना है ताकि असामाजिक तत्व और आतंकवादी समूह वहां एकत्र नहीं हो सकें और किसी भी अप्रिय घटना को अंजाम नहीं दे सकें.एसएसबी के खुफिया तंत्र को मजबूत करने के हिस्से के तहत सिंह ने कहा कि उनका मंत्रालय बल द्वारा भेजे गए ताजा प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार कर रहा है जिसमें कहा गया कि वह अपने गैर वर्दीधारी कैडरों को वर्दीधारी और सशस्त्र घटकों के बराबर सुविधा दे.
तकरीबन 80 हजार कर्मियों वाले मजबूत बल में 3000 से भी कम पुरष और महिलाएं नागरिकों से जुडे कार्य करते हैं और सीमा के आस-पास रहने वाली आबादी में राष्ट्रवादी मूल्यों और संदेशों को फैलाने में मदद करते हैं ताकि भारत विरोधी दुष्प्रचार का मुकाबला किया जा सके.