मुंबई : अयोध्या स्थित राम मंदिर को लेकर इन दिनों राजनीति जारी है. इसी क्रम में आज शिवसेना ने कहा है कि राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए लेकिन शांति के साथ. पार्टी नेता संजय राउत ने कहा कि इस मंदिर के लिए बहुत से लोगों ने त्याग किया है. राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए लेकिन सभी समुदाय की सहमति के साथ और शांति के साथ. उन्होंने कहा कि मंदिर का निर्माण इसलिए नहीं हो सका है क्योंकि इसके लिए हम हमेशा लड़ते रहते हैं.
क्यों अभी मामला हुआ गर्म
अयोध्या में राम मंदिर का मुद्दा अब और बड़ा होता जा रहा है. पिछले दिनों विश्व हिंदू परिषद( वीएचपी) द्वारा मंदिर निर्माण के लिए दो ट्रक पत्थर मंगवाने की खबर के बाद अब बाबरी मस्जिद का मॉडल सामने आ गया और बयान भी आया कि अब बाबरी मस्जिद के लिए भी पत्थर मंगवाये जायेंगे. इस खबर के बाद प्रशासन चौकस हो गयी है. इसकी गूंज शीत सत्र के दौरान राज्यसभा में भी सुनायी दी. जदयू सांसद केसी त्यागी ने मामला राज्यसभा में उठाया. त्यागी को सपा और कांग्रेस ने भी समर्थन दिया और वेल में उतर गए.
आजम खान का विवादित बयान
उत्तर प्रदेश के नगर विकास मंत्री आजम खान ने राम मंदिर के मामले में फिर विवादित बयान दे दिया है. आजम ने कहा कि बाबरी मस्जिद गिरी तो फौज की भी ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गयी. उन्होंने कहा कि अयोध्या में 500 साल पुरानी इमारत जो खुद गिर जाती उसे विश्व हिंदू परिषद ने गिरा दिया.
सतर्क है अखिलेश सरकार
अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिये विश्व हिन्दू परिषद द्वारा पत्थर मंगाये जाने को लेकर अटकलों का बाजार गर्म होने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक करके अयोध्या समेत पूरे प्रदेश में कानून-व्यवस्था बनाये रहने के सख्त निर्देश दिये. पुलिस महानिरीक्षक इस संबंध में जानकारी दी कि अयोध्या में हाल के घटनाक्रम के मद्देनजर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सुबह मुख्य सचिव, गृह विभाग के प्रमुख सचिव, पुलिस महानिदेशक, अपर पुलिस महानिदेशक अपर पुलिस महानिदेशक और फैजाबाद के जिलाधिकारी तथा वरिष्ठ अधीक्षक को अपने आवास पर समीक्षा के लिये बुलाया था और मुख्यमंत्री ने अयोध्या के घटनाक्रम के बारे में अधिकारियों से विस्तार से विचार-विमर्श किया.