घर से भागे लड़कों को पुलिस ने ISIS में शामिल होने की कोशिश में नागपुर से पकड़ा

नागपुर : आइएसआइएस से संदिग्धरूप से ताल्लुक रखने वाले हैदराबाद के तीन युवकों को आज एटीएस ने नागपुर हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया. एटीएस सूत्रों के मुताबिक, तेलंगाना पुलिस से सूचना मिलने के बाद श्रीनगर जाने की योजना बना रहे तीनों को आज सुबह गिरफ्तार किया गया. उन्होंने बताया कि युवक कथित तौर पर आतंकवादी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 26, 2015 12:18 PM

नागपुर : आइएसआइएस से संदिग्धरूप से ताल्लुक रखने वाले हैदराबाद के तीन युवकों को आज एटीएस ने नागपुर हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया. एटीएस सूत्रों के मुताबिक, तेलंगाना पुलिस से सूचना मिलने के बाद श्रीनगर जाने की योजना बना रहे तीनों को आज सुबह गिरफ्तार किया गया. उन्होंने बताया कि युवक कथित तौर पर आतंकवादी संगठन आइएसआइएस की विचारधारा की ओर आकर्षित थे और उन्हें उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वे नागपुर के रास्ते विमान से श्रीनगर जाने की तैयारी कर रहे थे.

उल्लेखनीय है कि ये युवक इंडिगो की फ्लाइट से नागपुर से श्रीनगर जाने वाले थे. इससे पहले शुक्रवार को ये हैदराबाद से सड़क मार्ग से नागपुर के लिए निकले थे. वहीं, अचानक इनके घर छोड़ने के कारण गुरुवार को पुलिस थाने में इन तीनों युवकों के परिजनों ने गुमशुदा होने की रिपोर्ट दर्ज करायी थी. इस रिपोर्ट के बाद आरंभिक छानबान में पुलिस को शक हुआ था कि ये युवक आतंक की राह पकड़ सकते हैं.

महाराष्ट्र के एंटी टेरिस्ट स्क्वॉड ने गिरफ्तार किये तीनों लोगों को तेलंगाना एटीएस के हवाले कर दिया है. गौरतलब है कि इन तीनों के अलावा इस सप्ताह मुंबई के तीन युवकों को पुणे से गिरफ्तार किया गया. संदेह है कि यह तीनों भी आईएसआईएस में शामिल होने जा रहे थे. इनके अलावा पुणे से एक 16 साल की युवती को भी गिरफ्तार किया गया था, जो आईएसआईएस में शामिल होने जा रही थी. अबतक 23 भारतीय आईएसआईएस में शामिल हो चुके हैं और जिनमें से छह की मौत इराक और सीरिया में हो चुकी है.

डीजीव आइजी के सम्मेलन में भी हो चुकी है आइएस पर चर्चा

19 दिसंबर को गुजरात में डीजीपी व आइजी केवार्षिक कान्फ्रेंस में भी आइएसआइएस का मुद्दा उठा था.इस कान्फ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल हुए थे. इस सम्मेलनमें राजनाथ सिंह ने आइएस के बढते प्रभाव को रेखांकित किया था और बांग्लादेश व अफगानिस्तान के रास्ते संभावित खतरों पर जोर दिया गया था. रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर भी कह चुके हैं कि अगर संयुक्त राष्ट्र संघ प्रस्ताव लाये तो भारत आइएस पर हमले के लिए तैयार हो सकता है. हालांकि भारत किसी राष्ट्र के साथ ऐसे हमले को तैयार नहीं है.

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