”मन की बात” : प्रधानमंत्री मोदी ने ”विकलांगों” को दिया नया नाम
नयी दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में देश की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मेरी ओर से देशवासियों को क्रिसमस और नए वर्ष की शुभकामनायें. उन्होंने कहा कि हम लोगों ने क्रिसमस का पर्व मनाया, अब नये वर्ष के स्वागत की तैयारियां चल रही हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत […]
नयी दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में देश की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मेरी ओर से देशवासियों को क्रिसमस और नए वर्ष की शुभकामनायें. उन्होंने कहा कि हम लोगों ने क्रिसमस का पर्व मनाया, अब नये वर्ष के स्वागत की तैयारियां चल रही हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत एक ऐसा देश है, जहां पर ‘त्योहार ड्रिवेन इकॉनॉमी’ है. समाज के गरीब तबके के लोगों की आर्थिक गतिविधि का वो कारण बनता है. उन्होंने कहा कि पुणे से गणेश सावलेशवारकर ने लिखा है कि ये सीज़न टूरिस्ट की सीज़न होती है. बड़ी मात्रा में देश-विदेश के टूरिस्ट आते हैं. उन्होंने कहा है कि टूरिस्ट डेस्टिनेशन, टूरिस्ट प्लेस, यात्रा धाम, प्रवास धाम, पर स्वच्छता के संबंध में विशेष आग्रह रखना चाहिये.
पीएम नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश के भोजपुरा गांव में एक कारीगर दिलीप सिंह मालविया का जिक्र करते हुए कहा कि वे एक अनूठा काम कर रहे हैं. दिलीप सिंह ने तय किया कि अगर कोई मटेरियल प्रोवाइड करता है तो शौचालय बनाने की मज़दूरी वो नहीं लेंगे. वे अबतक 100 शौचालयों का निर्माण कर चुके हैं. मैं दिलीप सिंह मालविया को ह्रदय से बहुत-बहुत बधाई देता हूं, अभिनन्दन देता हूं. पीएम ने कहा कि अनेक लोगों के अथक प्रयास का परिणाम है कि देश बहुत तेज़ गति से आगे बढ़ रहा है.
पीएम ने कहा कि सामान्य परिवार के लोग जो कभी बैंक के दरवाज़े तक नहीं पहुंच पाते थे, ‘मुद्रा योजना’ के तहत आसान ऋण पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि विश्व योग के प्रति आकर्षित हुआ, दुनिया ने जब ‘अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस’ मनाया तब हमें विश्वास पैदा हुआ कि वाह, ये है हिन्दुस्तान !
पीएम ने कहा स्वच्छता की बात एक प्रकार से घर-घर में गूंज रही है. नागरिकों का सहभाग भी बढ़ता चला जा रहा है. भारत सरकार, राज्य सरकारों ने जब से गांवों में बिजली पहुंचाने का संकल्प लिया है. गाँव में बिजली पहुंचने की ख़बर आती रहती है. अभी तक व्यापक रूप से मीडिया में इसकी चर्चा नहीं पहुंची है लेकिन मुझे विश्वास है कि मीडिया ऐसे गांवों में जरूर पहुंचेगा.
पीएम ने कहा कि एक सामान्य नागरिक भी अपने मोबाइल फ़ोन पर ‘नरेन्द्र मोदी ऐप’ को डाउनलोड करके मुझसे जुड़ सकता है. 15 अगस्त को लाल किले से मैंने ‘स्टार्टअप इंडिया–स्टैंडअप इंडिया’ उसके संबंध में एक प्राथमिक चर्चा की थी. 16 जनवरी को भारत सरकार ‘स्टार्टअप इंडिया’, ‘स्टैंड अप इंडिया’ का एक्शन प्लान लॉन्च करने वाली है. इस कार्यक्रम में आई.आई.टी, आई.आई.एम, सेंट्रल यूनिवर्सिटी,एन.आई.टी को लाइव कनेक्टिविटी के द्वारा जोड़ा जाएगा. स्टार्टअप के संबंध में हमारे यहां एक सोच बंधी-बंधाई बन गयी है कि डिजिटल वर्ल्ड,आई.टी. प्रोफेशन के लिए ही स्टार्टअप है. जी नहीं, हमें तो उसको भारत की आवश्यकताओं के अनुसार बदलाव लाना है. हिन्दुस्तान के नौजवानों के पास प्रतिभा है. स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया हिन्दुस्तान के हर कोने में फैलना चाहिये.
पीएम मोदी ने कहा कि गरीब कहीं मजदूरी करता है,कोई नौजवान इनोवेशन के द्वारा ऐसी चीज बना दे कि मजदूरी में सुविधा हो जाये मैं इसको भी स्टार्टअप मानता हूं. उन्होंने कहा कि 12 जनवरी स्वामी विवेकानंद जी की जन्म-जयंती है,मेरे जैसे इस देश के कोटि-कोटि लोग हैं जिनको विवेकानंद जी से प्रेरणा मिलती रही है. 1995 से 12 जनवरी विवेकानंद जयंती को नेशनल यूथ फेस्टिवल के रूप में मनाया जाता है, इस वर्ष 12 से 16 जनवरी तक रायपुर में होने वाला है. इस बार की थीम है, ‘इन्डियन यूथ: ऑफ़ डेवलपमेंट स्किल एंड हारमनी’. हिंदुस्तान के कोने-कोने से, 10,000 से ज़्यादा युवा इकट्ठे होने वाले हैं, एक लघु भारत का दृश्य वहां पैदा होने वाला है. फेस्टिवल के संबंध में ‘नरेन्द्र मोदी ऐप’ पर आप डायरेक्टली मुझे अपने विचार और सुझाव भेजिए.
मोदी ने अहमदाबाद के दिलीप चौहान जो एक विज्युअली चैलेंज्ड टीचर हैं का जिक्र करते हुए कहा कि दिलीप ने #AccessibleIndia के बारे में अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं. दिलीप जी, आपका धन्यवाद, आप तो स्वयं इस क्षेत्र में काम कर रहे हैं आप भली-भांति इन बातों को समझते हैं.कई लोग होते हैं जो हादसे के शिकार होने के कारण अपना कोई अंग गवां देते हैं, कुछ को जन्मजात ही कोई क्षति रह जाती है. कभी हैंडीकैप शब्द सुनते थे, तो कभी डिसएबल शब्द सुनते थे, तो कभी स्पेशियली एबल्ड पर्सन-अनेक शब्द आते रहते हैं. जिन्हें हम विकलांग के रूप में जानते हैं, ईश्वर ने उनको एक्स्ट्रा पॉवर दी होती है, अलग शक्ति का निरूपण किया होता है. क्यों न हम विकलांग की जगह पर दिव्यांग शब्द का उपयोग करें, ये वो लोग हैं जिनके पास वो ऐसा एक अंग है जिसमें दिव्यता है. सुगम्य भारत अभियान के तहत फिजिकल और वर्चुअल इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार कर उन्हें दिव्यांग लोगों के लिए सुगम्य बनायेंगे. पीएम ने कहा कि स्कूल, अस्पताल, सरकारी दफ़्तर, बस अड्डे, रेलवे स्टेशन कितनी बातें हैं, सब में उसे सुगम्य बनाने के लिए इनोवेशन, टेक्नोलॉजी चाहिए.
पीएम ने कहा ‘डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर स्कीम’ (पहल) को गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में स्थान मिल गया है, अब ये सफलतापूर्वक लागू कर दी गई है. नवम्बर तक 15 करोड़ एल.पी.जी. उपभोक्ता पहल योजना के लाभार्थी बन चुके हैं, ना कोई बिचौलिया, ना सिफ़ारिश, ना भ्रष्टाचार. एक तरफ़ आधार कार्ड का अभियान,दूसरी तरफ़ जन-धन एकाउंट खोलना,तीसरी तरफ़ लाभार्थियों की सूची तैयार करना,सिलसिला चल रहा है. मनरेगा के पैसे में बहुत शिकायत आती थी, कई स्थानों पर अब वो पैसा सीधा मजदूरी करने वाले के खाते में जमा होने लगा हैं. स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप में भी कठिनाइयां होती थीं, शिकायतें भी आती थीं, उनमें भी अब प्रारंभ कर दिया है, धीरे-धीरे आगे बढ़ाएंगे. अब तक अलग-अलग योजनाओं के माध्यम से 40,000 करोड़ रूपये सीधे ही लाभार्थी के खाते में जाने लगे हैं. करीब-करीब 35 से 40 योजनायें अब सीधी-सीधी ‘डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर’ के अंदर समाहित की जा रही हैं.
मोदी ने कहा कि 26 जनवरी- भारतीय गणतंत्र दिवस का एक सुनहरा पल, ये सुखद संयोग है कि इस बार डॉ. बाबा साहब अम्बेडकर, की 125वी जयंती है. संसद में दो दिन संविधान पर विशेष चर्चा रखी गई थी और बहुत अच्छा अनुभव रहा, इस बात को हमें आगे बढ़ाना चाहिए. हमारा संविधान हमें बहुत अधिकार देता है लेकिन कर्तव्य पर भी बल देता है,देखा गया है कि कर्तव्य की चर्चा बहुत कम होती है.
पीएम ने कहा कि मतदान के समय तो कर्तव्य की बात बहुत होती है लेकिन क्यों न सहज जीवन में भी कर्तव्य की बातें हों. इस वर्ष हम बाबा साहेब अम्बेडकर की जयंती पर ‘कर्तव्य’ विषय पर निबंध स्पर्द्धा,काव्य स्पर्द्धा,वक्तृत्व स्पर्द्धा कर सकते हैं क्या? आप 26 जनवरी के पहले ‘कर्तव्य’विषय पर काव्य रचनाएँ,एसे राइटिंग, निबंध लिख कर mygov.in पर भेजें. हमारे शहर में जितनी भी महापुरुषों की प्रतिमायें हैं, उसकी सफाई, उस परिसर की सफाई 26 जनवरी निमित्त कर सकते हैं क्या?
उल्लेखनीय है कि पिछली बार बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आचार संहिता को ध्यान में रखते हुए उनके इस कार्यक्रम पर रोक लगाने की मांग भी की गई, लेकिन चुनाव आयोग से मंजूरी मिलने के बाद प्रधानमंत्री ने अपने ‘मन की बात’ रेडियो के जरिए आम लोगों तक पहुंचायी.
गौरतलब है कि ‘मन की बात’ कार्यक्रम का यह 15वां संस्करण है. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर अपने विचारों को आम जनता के साथ साझा करते हैं. कार्यक्रम का प्रसारण आज सुबह 11.00 बजे आकाशवाणी के सभी केंद्रों और दूरदर्शन के सभी केंद्रों से किया जाएगा.