नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार 25 दिसंबर को अचानक काबुल से लौहार जा पहुंचे. मोदी के इस यात्रा की जानकारी किसी को भी नहीं थी. मोदी के इस स्टंट से लोग काफी अचंभित रहे. विपक्ष तो मोदी पर इस बात को लेकर हमला भी किया. हालांकि मोदी के अचानक पाकिस्तान दौरे का काफी लोगों ने तारीफ किया.
मोदी लाहौर एयरपोर्ट पहुंचे के साथ ही पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ उनके निजी हेलीकॉप्टर में बैठ कर उनके गांव जट्टी उमरा गये. हालांकि मोदी के इस दौरे में सुरक्षा को लेकर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. पाकिस्तान की ओर से प्रयाप्त सुरक्षा का भरोसा दिये जाने के बाद मोदी की यात्रा तय हुई. यह तय हुई कि मोदी लाहौर पहुंचने के साथ ही नवाज शरीफ के साथ उनके निजी हेलीकॉप्टर में बैठकर उनके गांव जाएंगे.
मोदी का पाकिस्तान दौरा अचानक ही बना. दरअसल पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का 25 दिसंबर को जन्मदिन था. शरीफ को जन्मदिन की बधाई देने के लिए मोदी फोन किये. ऐसे में शरीफ ने उन्हें पाकिस्तान आने का न्यौता दिया. मोदी ने इसके लिए हामी भर दी. और इस तरह से मोदी का लाहौर दौरा तय हुआ. शरीफ के लिए 25 दिसंबर को दोहरी खुशी का पल था. एक तो उस दिन उनका जन्मदिन था और दूसरा उनकी नातिन का भी विवाह होना था. इस तरह शरीफ ने एक साथ दो कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मोदी को लाहौर आमंत्रित किया.
* मोदी की सुरक्षा थी सबसे बड़ी चुनौती
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पाकिस्तान दौरा एसपीजी के लिए बड़ी चुनौती थी. सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार मोदी का अचानक लाहौर यात्रा का प्लान सुरक्षा के लिहाज से काफी दिक्कतों भरा था. लेकिन पाकिस्तान की ओर से प्रयाप्त सुरक्षा व्यवस्था का भरोसा दिये जाने के बाद मोदी की यात्रा मुक्कमल हो सकी.