कतर देगा भारत को आधी कीमत पर गैस
नयी दिल्ली : भारत के लिए एक सकारात्मक खबर है. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तबाड़तोड़ विदेश यात्रा और उनकी विदेशी रणनीति का लाभ अब दिखने लगा है. इसी कड़ी में कतर ने लंबे अवधि के आधार पर इंडिया को काफी कम कीमत पर गैस बेचने को राजी हो गया है. कतर के इस […]
नयी दिल्ली : भारत के लिए एक सकारात्मक खबर है. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तबाड़तोड़ विदेश यात्रा और उनकी विदेशी रणनीति का लाभ अब दिखने लगा है. इसी कड़ी में कतर ने लंबे अवधि के आधार पर इंडिया को काफी कम कीमत पर गैस बेचने को राजी हो गया है. कतर के इस पहल से भारत को सालाना 4 हजार करोड़ रुपये का फायदा होगा. भारत के सबसे बड़े पेट्रोल के आयातक एलएनजी लिमिटेड और कतर के रासगैस के बीच हुए गैस खरीद अनुबंध के मौके पर इसकी जानकारी केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धमेंद्र प्रधान ने दी.
प्रधान ने कहा कि वैश्विक बाजार में आई ईधन की कीमतों में गिरावट का फायदा देश को मिल रहा है. इतना ही नहीं प्रधान ने कहा कि दोनों देशों के बीच जो समझौता हुआ है इसका फायदा भारत को बहुत ज्यादा होगा. उन्होंने यह भी कहा कि कतर कम कीमत पर गैस देने के साथ ही 2015 के अनुबंध की तुलना में कम गैस लेने पर लगाई गई पेनाल्टी भी माफ करने के लिए तैयार हुआ है. संशोधित फार्मूला के आधार पर भारत को पहले के की तुलना में करीब आधी कीमत
6 से 7 डॉलर प्रति बीटीयू पर गैस मिलेगी. यह सिद्धांत एलएनजी भारत द्वारा रासगैस से दीर्घकालिक आधार पर खरीदी जाने वाली 75 लाख टन गैस पर लागू होगा.पेट्रोलियम मंत्रालय के मुताबिक यह करार 2028 में जाकर खत्म होगा. संशोधन के बाद इस सिद्धांत के आधार पर ब्रेंट क्रूड गैस की तीन महा की औसत कीमत होगी. गौरतलब हो कि पहले यह जापान से लाए जाने वाले कच्चे तेल के पाच साल की औसत कीमत पर होता था. यह लागू हो जाने के बाद पीएलएल 10 टन अतिरिक्त एलएनजी खरीदने की स्थिति में होगा.