ऑड ईवन रूल तोड़ते पकड़ाए BJP MP सत्‍यपाल

नयी दिल्‍ली :दिल्‍ली में आज से लागू ऑड-इवेन नियम को भाजपा के सांसद सत्‍पाल सिंह ने तोड़ा है. आज नियम के अनुसार ऑड नंबर की गाड़ी दिल्‍ली में चलानी है. जबकि सत्‍यपाल सिंह इवेन नंबर की गाड़ी लेकर निकल पड़े हैं. नियम में केवल केंद्रीय मंत्रियों को छूट दी गयी है, सांसदों को नहीं.राजधानी दिल्‍ली […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 1, 2016 10:16 AM

नयी दिल्‍ली :दिल्‍ली में आज से लागू ऑड-इवेन नियम को भाजपा के सांसद सत्‍पाल सिंह ने तोड़ा है. आज नियम के अनुसार ऑड नंबर की गाड़ी दिल्‍ली में चलानी है. जबकि सत्‍यपाल सिंह इवेन नंबर की गाड़ी लेकर निकल पड़े हैं. नियम में केवल केंद्रीय मंत्रियों को छूट दी गयी है, सांसदों को नहीं.राजधानी दिल्‍ली में आज से अरविंद केजरीवाल सरकार की महत्‍वकांक्षी योजना सम-विषम फार्मूला लागू हो गया है. सुबह आठ बजे से लागू इस फार्मूले के तहत आज विषम तारीख है इसलिए विषम नंबर की निजी कारें ही सड़कों पर निकालनी हैं. ऐसे में कुछ लोग जो सम नंबर वाली निजी कार लेकर सड़कों पर आये उनका 2000 रुपये का चालान काटा गया. पहले दो घंटे में 2 हजार के करीब चालान काटे गये. राजधानी में 15 जनवरी तक प्रायोगिक तौर पर शुरू की गयी इस योजना के कार्यान्वयन में यातायात पुलिस की मदद करने के लिए हजारों स्वयंसेवक सडकों पर मुस्तैद हो गये.

सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक चलने वाली इस योजना के कार्यान्वयन के लिए हजारों की संख्या में नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक, यातायात पुलिसकर्मी, दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग के कार्यान्वयन दल तथा अधिकृत उप संभागीय मजिस्ट्रेट तैनात किये गये हैं. यातायात पुलिस की मदद से दिल्ली सरकार ने इस योजना की शुरुआत से पहले, कल इसका पूर्वाभ्यास किया था और शहर के कई हिस्सों में नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक पुलिस की दलों की मदद करते देखे गये.

राजधानी में प्रदूषण के खतरनाक स्तर के मद्देनजर योजना की सफलता की जरुरत पर जोर दे रहे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्वयंसेवकों को खास तौर पर चेताया है कि वे लोगों से ‘बहस या दुर्व्यवहार’ न करें. दिल्ली पुलिस आयुक्त बी एस बस्सी ने योजना के कार्यान्वयन में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है.

सचिवालय के बाहर प्रदूषण स्‍तर दिखाने वाला डिस्‍प्‍ले बोर्ड लगा

दिल्ली सचिवालय के बाहर एक डिस्प्ले बोर्ड लगाया गया है जिसमें सुबह नौ बज कर 30 मिनट पर 360 और 480 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर पर निलंबित पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) क्रमश: 2.5 और 10 दर्शाया गया है जो कि सुरक्षित सीमा के तय मानक क्रमश: 60 और 100 माइक्रोग्राम की तुलना में कई गुना ज्यादा है. तय मानक से अधिक पीएम में लंबे समय के लिए जाने पर श्वांस प्रणाली को नुकसान हो सकता है.

पार्टिकुलेट मैटर 2.5 का स्तर 250 के आंकडे से आगे जाने पर वायु की गुणवत्ता को भारतीय प्राधिकारी ‘हानिकारक’ मानते हैं. दिल्ली के पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा सुबह करीब नौ बजे अपने दुपहिया वाहन से सचिवालय पहुंचे. उन्होंने ट्वीट किया ‘वाह दिल्ली, सम विषम फार्मूले को सफल बनाने के लिए आपका शुक्रिया. बाइक पर अभी-अभी ही कार्यालय पहुंचा. कोई यातायात नहीं. दिल्ली अपनी इच्छा से पालन कर रही है.’

सम विषम योजना के दायरे से बाहर रखी गयी श्रेणियों में दुपहिया वाहन शामिल हैं. केजरीवाल अपनी कार में परिवहन मंत्री गोपाल राय और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को लेकर सचिवालय पहुंचे. ये तीनों उत्तर दिल्ली के सिविल लाइन्स इलाके में रहते हैं. परिवहन में सुविधा के लिए दिल्ली सरकार ने 3,000 अतिरिक्त बसों का इंतजाम किया है जबकि दिल्ली मेट्रो प्रतिबंध की अवधि में अपने सभी कॉरीडोरों में 70 अतिरिक्त चक्कर लगाएगी.

सम-विषम पहल ‘आंदोलन’ बनी : केजरीवाल

सम-विषम कार राशनिंग प्रयोग को मिल रही लोगों की प्रतिक्रिया से ‘उत्साहित’, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज कहा कि आप सरकार की यह प्रायोगिक पहल अब ‘आंदोलन’ में तब्दील हो गयी है. केजरीवाल की यह टिप्पणियां राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने के उद्देश्य से आज सम-विषम योजना की शुरुआत के कुछ घंटे बाद आईं. योजना के तहत आज केवल विषम नंबर की पंजीकरण पट्टिकाओं वाली कारें चल सकती हैं.

कल का दिन सम नंबर की पंजीकरण पट्टिकाओं वाली कारों के लिए नियत होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि शुरुआती खबरों के अनुसार, योजना ‘सफल’ हो रही है और राष्ट्रीय राजधानी के लोगों ने ‘खुले दिमाग’ से प्रतिबंधों को स्वीकार किया. उन्होंने कहा ‘मैंने बार-बार कहा कि लोगों की भागीदारी से ही योजना सफल होगी, बलपूर्वक नहीं. यह आंदोलन बन गया है और अब तक मिली प्रतिक्रिया से हम उत्साहित हैं.’

केजरीवाल ने अपने आवास से बाहर संवाददाताओं से कहा ‘दिल्ली पूरे देश के लिए रास्ता दिखाएगी.’ अपनी विषम नंबर की पंजीकरण पट्टिका वाली सरकारी कार से सचिवालय पहुंचे उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मुख्यमंत्री के कथन से सहमति जताते हुए कहा कि लोगों ने इस पहल को अपने खुद के मिशन के तौर पर अपनाया. उन्होंने कहा ‘और सरकार उनकी केवल मदद कर रही है. इसलिए यह एक आदर्श स्थिति है.’

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