दिग्विजय ने कहा,चायवाला भी बन सकता है पीएम

नयी दिल्ली : नरेन्द्र मोदी के मुखर आलोचक माने जाने वाले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आज अप्रत्याशित टिप्पणी करते हुए कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री अपनी ‘उन्मादी’ विचारधारा से हट रहे हैं और एक चायवाला भी प्रधानमंत्री बन सकता है. भाजपा ने अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार मोदी के लिए की गयी इस टिप्पणी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 5, 2013 2:36 PM

नयी दिल्ली : नरेन्द्र मोदी के मुखर आलोचक माने जाने वाले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आज अप्रत्याशित टिप्पणी करते हुए कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री अपनी ‘उन्मादी’ विचारधारा से हट रहे हैं और एक चायवाला भी प्रधानमंत्री बन सकता है. भाजपा ने अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार मोदी के लिए की गयी इस टिप्पणी को हाथों हाथ लेते हुए इसका स्वागत किया.

सिंह ने कहा कि वह इस बात का स्वागत करते हैं कि मोदी धीरे धीरे अपनी उन्मादी विचारधारा से हट रहे हैं और अटल बिहारी वाजपेयी की विचारधारा की ओर बढ रहे हैं और ‘‘इसका स्वागत करना चाहिए कि यदि संघ और भाजपा-कांग्रेस और (जवाहरलाल) नेहरु की विचारधारा के करीब आ रहे हैं.’’उन्होंने हालांकि कहा कि मोदी भारत की जनता को स्वीकार्य नहीं होंगे और खुदा न करे यदि भाजपा सत्ता में आये तो वह सुषमा स्वराज को मोदी के मुकाबले तरजीह देंगे.

सिंह इस बात को गलत बताया कि कांग्रेस एक परिवार और कुछ विशेष लोगों के हाथों में है और भाजपा की तरह कांग्रेस आम कार्यकर्ता को बढते नहीं देखना चाहती. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में यदि केरल का कोई गरडिया राष्ट्रपति बन सकता है तो एक चाय वाला भी प्रधानमंत्री बन सकता.भाजपा नेता स्मृति ईरानी ने सिंह की टिप्पणी को लपकते हुए कहा कि हमने नहीं सोचा था कि दिग्विजय सिंह कहेंगे कि एक चाय वाला भी प्रधानमंत्री बन सकता है. ‘‘मुझेखुशी है कि मोदी जी की तारीफ दिग्विजय सिंह जी कर रहे हैं.’’इस पर सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में कोई भी अछूता नहीं है भले ही वह किसी भी परिवार, चाहे अमीर या गरीब, में जन्मा हो.

सिंह ने कहा कि भारत की जनता को वाजपेयी और सुषमा स्वीकार्य हो सकते हैं लेकिन मोदी स्वीकार्य नहीं होंगे. वह इंडिया टुडे समूह के दो दिवसीय कान्क्लेव ‘एजेण्डा आज तक 2013’ में बोल रहे थे. उन्होंने पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के ‘एक्जिट पोल’ को भी गलत करार दिया और ये बात मानने से मना कर दिया कि ये चुनाव आगामी लोकसभा चुनावों के सेमीफाइनल की तरह हैं.

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