हेमंत ने कहा, झारखंड में गुंडागर्दी की बात गलत
नयी दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वड्रा से संबंधित भूमि विवाद में परोक्ष तौर पर सवाल किए जाने पर हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा आज भड़क गए. हालांकि, उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार ने किसी को भी एक इंच जमीन अधिग्रहण करके नहीं दी. हरियाणा में भूमि संकट के बारे […]
नयी दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वड्रा से संबंधित भूमि विवाद में परोक्ष तौर पर सवाल किए जाने पर हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा आज भड़क गए. हालांकि, उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार ने किसी को भी एक इंच जमीन अधिग्रहण करके नहीं दी.
हरियाणा में भूमि संकट के बारे में पूछे गए सवाल पर हुड्डा ने कहा, ‘‘हरियाणा के बारे में गलत धारणा पैदा की गई है. हमने किसी भी डेवलपर को एक इंच भी जमीन अधिग्रहण करके नहीं दी. हमने लाइसेंस नीति बनाई है और इससे सभी किसानों को फायदा हो रहा है.’’ खेमका के वड्रा मामले में भूमि सौदे को रद्द करने से संबंधित प्रकरण पर उन्होंने कहा, ‘‘मैं ऑन रिकॉर्ड कह रहा हूं कि जमीन का आदान प्रदान नहीं हुआ. केवल राजनैतिक रुप से छवि धूमिल करने के लिए ऐसा किया जा रहा है.’’उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार भूमि के इस्तेमाल में बदलाव का अधिकार सबको देती है.
बीच में हस्तक्षेप करते हुए गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर ने कहा कि सवाल कन्वर्शन को लेकर है. उन्होंने कहा कि अगर यह चयनात्मक तरीके से किया जाता है तो यह भ्रष्टाचार है. हालांकि, इसपर हुड्डा ने दावा किया कि हरियाणा में ऐसा नहीं किया गया. राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित ‘एजेंडा आजतक’ कार्यक्रम के दौरान जब बार-बार कार्यक्रम का संचालन कर रहे आजतक चैनल के कार्यकारी संपादक पुण्य प्रसून वाजपेयी ने घुमा-फिराकर उनसे इस विवाद के बारे में सवाल पूछने की कोशिश की तो हुड्डा ने कहा, ‘‘आप सीधा सवाल करें, मैं सीधा जवाब दूंगा.’’
हुड्डा को ‘विकास की राजनीति’ विषय पर चर्चा में हिस्सा लेने के लिए कार्यक्रम में बुलाया गया था. इसमें गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी हिस्सा ले रहे थे. हुड्डा कार्यक्रम में देर से पहुंचे थे.कार्यक्रम में जिस विषय पर चर्चा के लिये हुड्डा को बुलाया गया था उसके संबंध में उनसे कुछ खास सवाल नहीं पूछे जाने से वह नाराज हो गए.
हालांकि, कार्यक्रम के अंत में ‘आजतक’ और ‘हेडलाइंस टुडे’ के एडिटर एट लार्ज राहुल कंवल ने हुड्डा से खफा नहीं होने की गुजारिश की, जिसके बाद वह थोड़ा शांत हुए. हुड्डा ने यह भी दावा किया कि उनके मुख्यमंत्री काल में सामाजिक विकास और आर्थिक विकास दोनों की राजनीति हुई है. उन्होंने कहा कि उनके लिए राजनीति के सकारात्मक मायने हैं.इसी कार्यक्रम में मौजूद झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से गद्दी बचाने की चुनौती के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘हमारा व्यवहार तो इसके लिए कभी नहीं रहा, लेकिन राजनीति में गद्दी भी जरुरी है.’’ झारखंड का नाम आने पर पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की छवि उभरने की बात पर सोरेन ने कहा कि झारखंड के बारे में लोगों के मन में भ्रांति है. झारखंड में गुंडागर्दी की बात गलत है. अपने इस दावे के समर्थन में उन्होंने झारखंड में सबसे अधिक केंद्र सरकार के उपक्रम होने और उनके आराम से काम करने का हवाला दिया.कार्यक्रम में मौजूद गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर ने कहा कि उनकी सरकार ने भौतिक विकास के साथ-साथ मानव संसाधनों के विकास पर भी ध्यान दिया है. उन्होंने कहा कि गोवा में शिशु मृत्यु दर 8 है जो राष्ट्रीय औसत 50 से अधिक होने की तुलना में काफी कम है.उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने सामाजिक सुरक्षा पर भी काफी काम किया है और वह पूर्वी यूरोप को टक्कर दे रहा है.उन्होंने कहा कि उनकी सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य पर भी काफी ध्यान दे रही है. उनकी सरकार साक्षर युवा नहीं बल्कि पढ़ा-लिखा युवा तैयार करना चाहती है जिससे वे अपने बल पर खड़ा हो सकें. पार्रिकर से जब यह पूछा गया कि वह झारखंड के मुख्यमंत्री होते तो क्या करते तो उन्होंने कहा कि वह वहां भी वही करते. वह कोशिश करते कि वहां कोई भूखा नहीं सोए.