इंदिरा के हत्यारों को ‘‘शहीद”” के रुप में सम्मानित किया गया

नयी दिल्ली : पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारों का आज ‘‘शहीद’ के रुप में सम्मान किया गया. उनके परिजनों को भी यहां आयोजित एक समारोह में सम्मानित किया गया. समारोह में अकाली दल के नेता मौजूद रहे. मोती बाग गुरद्वारे में सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन की तरफ से आयोजित समारोह में इंदिरा के हत्यारों केहर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 3, 2016 5:59 PM

नयी दिल्ली : पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारों का आज ‘‘शहीद’ के रुप में सम्मान किया गया. उनके परिजनों को भी यहां आयोजित एक समारोह में सम्मानित किया गया. समारोह में अकाली दल के नेता मौजूद रहे. मोती बाग गुरद्वारे में सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन की तरफ से आयोजित समारोह में इंदिरा के हत्यारों केहर सिंह, सतवंत सिंह और बेअंत सिंह ‘‘की याद में’ ‘भोग’ का आयोजन हुआ और ‘अखंड पाठ’ किया गया.

समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री के हत्यारों को ‘‘सिख पंथ का शहीद’ करार दिया गया. गुरुद्वारे के प्रमुख ग्रंथी ने केहर सिंह की विधवा को ‘‘सिरोपा’ देकर सम्मानित किया जो दिल्ली में रहती है. भोग में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के पूर्व प्रमुख अवतार सिंह हित, डीएसजीएमसी के ‘‘धर्म प्रचार समिति’ के अध्यक्ष परमजीत सिंह और सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन के अध्यक्ष गुरमीत सिंह मौजूद थे.
गुरमीत सिंह ने कहा, ‘‘सिखों की सर्वोच्च धार्मिक संस्था अकाल तख्त बेअंत सिंह, सतवंत सिंह ओर केहर सिंह को पहले ही ‘शहीद’ घोषित कर चुकी है और हम केवल उनकी पुण्य तिथि मना रहे हैं.’ शिरोमणि अकाली दल की दिल्ली इकाई के प्रवक्ता परमिंदर पाल सिंह ने कहा, ‘‘भोग समारोह के वक्ताओं ने केहर सिंह, सतवंत सिंह और बेअंत सिंह को सिख पंथ के लिए उनकी सर्वोच्च बलिदानी को लेकर सम्मानित किया…लोग यह भी कहते हैं कि अगर हिंदू महासभा नाथूराम गोडसे की जयंती मना सकती है फिर सिख तीनों की पुण्य तिथि क्यों नहीं मना सकते.’
समारोह के बारे में पूछने पर मनजीत सिंह जीके ने कहा, ‘‘वे अपराधी या आतंकवादी नहीं हैं… यह किसी व्यक्ति का नैसर्गिक अधिकार है कि उसका अंतिम संस्कार उसके धर्म के मुताबिक किया जाए.’ उन्होंने कहा कि अदालत ने उन्हें भले ही मौत की सजा दी लेकिन सिख समुदाय 1984 के सिख विरोधी दंगे के लिए न्याय का इंतजार कर रहा है जो इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए थे.
डीएसजीएमसी ने समारोह का समर्थन किया लेकिन जीके वहां मौजूद नहीं थे. शिरोमणि अकाली दल पंजाब में भाजपा के साथ सत्तारुढ़ गठबंधन का हिस्सा है जहां 2017 में चुनाव होने हैं. इंदिरा के हत्यारों को सम्मानित किए जाने पर भाजपा पहले आपत्ति जता चुकी है.

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