तो इस रास्ते पंजाब में दाखिल हुए आतंकी
नयी दिल्ली : पठानकोट के वायुसेना स्टेशन पर जानलेवा हमला करने वाले आतंकियों ने पंजाब में घुसने के लिए मादक पदार्थ तस्करों द्वारा अकसर इस्तेमाल किए जाने वाले रास्ते का उपयोग किया था. शुरुआती सूचना से जो संकेत मिले हैं उनके अनुसार कल तड़के हमला करने वाले आतंकी व्यास नदी की सहायक नदियों के रास्ते […]
नयी दिल्ली : पठानकोट के वायुसेना स्टेशन पर जानलेवा हमला करने वाले आतंकियों ने पंजाब में घुसने के लिए मादक पदार्थ तस्करों द्वारा अकसर इस्तेमाल किए जाने वाले रास्ते का उपयोग किया था.
शुरुआती सूचना से जो संकेत मिले हैं उनके अनुसार कल तड़के हमला करने वाले आतंकी व्यास नदी की सहायक नदियों के रास्ते अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे पठानकोट के बमियाल गांव में घुसे. माना जा रहा है कि आतंकियों ने 30-31 की रात को भारत में घुसपैठ की.
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार आतंकी पाकिस्तान के शकरगढ़ से भारतीय सीमा में घुसे और बाद में सेना की वर्दी पहनी और एक निजी टैैक्सी पर कब्जा कर लिया. सूचना के अनुसार टैक्सी चालक अपने वाहन के टायर बदल रहा था जब आतंकियों ने उसका अपहरण किया और वाहन को थोड़ी दूरी पर ले गए और इसके बाद कार के दोबारा खराब होने पर चालक की हत्या कर दी.
आतंकियों ने बाद में कोलियां गांव में पुलिस अधीक्षक रैंक के अधिकारी सलविंदर सिंह का अपहरण किया. उस समय सिंह के वाहन में उनके साथ दो और लोग सवार थे. आतंकियों ने जहां बाकी दोनों का गला रेत गया, उन्होंने सिंह को बाद में रिहा कर दिया और ताजपुर गांव में वाहन छोड़ दिया. ताजपुर पठानकोट वायुसेना स्टेशन से दो किलोमीटर की दूरी पर है. आतंकियों ने जिस इलाके से सीमा पार की जहां बड़ी-बड़ी जंगली घास हैं जिससे उन्हें सीधे तौर पर छिपने में मदद मिली.
व्यास की एक सहायक नदी इस गांव से होते हुए पाकिस्तान जाती है और भारत में प्रवेश करने के लिए मादक पदार्थ तस्कर अकसर इस रास्ते का इस्तेमाल करते हैं.