गुवाहाटी : देश के पूर्वोत्तर और पूर्वी क्षेत्र में आज 6.8 की तीव्रता के भूकंप का तगड़ा झटका महसूस किया गया जिसमें कम से कम 9 व्यक्तियों की मौत हो गई और 100 से अधिक घायल हो गए. भूकंप का केंद्र मणिपुर में स्थित था. इस भूकंप से कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं और लोग दहशत में आ गए जिससे बिहार में एक व्यक्ति की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की एक टीम राहत सामग्री के साथ आज सुबह यहां पहुंच गई जबकि दूसरी टीम के जल्द पहुंचने की उम्मीद है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मणिपुर में भूकंप सुबह करीब चार बजकर 35 मिनट पर आया. इसका केंद्र मणिपुर के तमेंगलोंग जिले में नोनी उप मंडल से 10 किलोमीटर दूर काबुई जुलेन में स्थित था.
सात मृत व्यक्तियों में तीन पश्चिमी इंफाल के हैं जिनकी पहचान ताओबुंगखोक गांव के कांगुजाम इबोतोंबी (64), सेकमाई पुलिस थाना क्षेत्र के देबुमाया मोते (55) और पे्रमनगर की दर्शा मोते (11) के रुप में हुई है. मरने वालों में दो अन्य पूर्वी इंफाल जिले के निवासी थे.
इनकी पहचान जिरीबाम उप मंडल के चंद्रनाथपुर निवासी दिजापति (17) और हेनगैंग पुलिस थाना क्षेत्र के तहत आने वाले लुवांगसांगबाम माखा के मोइरांगथेप सरत (56) के रुप में हुई है. पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि अन्य मृतक की पहचान मणिपुर के सापेरमीना पुलिस थानाक्षेत्र के तहत आने वाले पी मोल्डिंग नेपाली पार्ट 1 गांव निवासी गीता रिमल (19) के तौर पर हुई है. सूत्रों ने बताया कि एक व्यक्ति की मौत सेनापति जिले में हुई.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि करीब 100 लोगों को चोटें आयी हैं और उनमें से 33 की हालत गंभीर है और उन्हें मणिपुर में विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. मुख्यमंत्री ओ इबोबी सिंह की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमंडल की एक बैठक में मृतकों के परिवारों को पांच पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का निर्णय किया गया.
शिक्षा मंत्री मोइरांगथेम ओकेंद्रो सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि मणिपुर सरकार घायलों के इलाज में मदद करेगी. दो केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू और जितेंद्र सिंह आज दोपहर यहां पहुंचे और अस्पताल में घायलों को देखने गये.
गुवाहाटी में आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि असम में 18 घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जिसमें से 11 को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने एक बैठक में राज्य में भूकंप के बाद की स्थिति की अधिकारियों के साथ समीक्षा की और उन्हें निर्देश दिया कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी संभावित कदम उठायें. बिहार में भी भूकंप के झटके महसूस किये गए. क्षेत्राधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि किशनगंज जिले के गरबन डंगा गांव में हरिशंकर शाह (60) को दिल का दौरा पड़ा और उसकी मौत हो गई.
ट्विटर पर भूकंप की चर्चा
आज तड़के 4.38 बजे के आसपास बिहार बंगाल और झारखंड सहित पूरे पूर्वी भारत व बांग्लादेश में भूकंप के तेज झटके महसूस किये जिसने लोगों को दहशत में डाल दिया है. तड़के सुबह सो रहे लोग भूकंप के झटकों के बाद घर से बाहर की ओर दौड़ पड़े और खुले जगह में चले गए. भूकंप के बाद लोग एक दूसरे का हाल पूछने लगे. भूकंप के झटाकों का अनुभव लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से साझा किया. ट्विटर पर कोलकाता के Rj Animesh ने ट्वीट किया कि मैंने अभी यहां भूकंप के जोरदार झटके को महसूस किया. बांग्लादेश के Sajib ने ट्वीट किया कि चिट्टागांव में 10-15 सकेंड तक भूकंप के झटके महसूस किए गए. यह करीब सुबह 5:05 बजे अनुभव किए गए. सिलिगुड़ी से सियोन माना ने लिखा कि भूकंप के बाद मेरी नींद खुल गई. पूर्वोत्तर भारत में झटके. कभी सोचा नहीं था कि ऐसे हिलते हुए बिस्तर में सोकर उठूंगा. कोलकाता से सिद्धार्थ जाना ने लिखा मैंने कभी इतना लंबा भूकंप का झटका महसूस नहीं किया.
https://twitter.com/EviLSAJiB/status/683787953995304960
Felt a lot of tremors just now. #Kolkata #Earthquake
— Rj Animesh (@Rj_Animesh) January 3, 2016
बिहार, झारखंड और बंगाल में भूकंप के तेज झटके
Prabhatkhabar.com के पाठकों ने बताया है कि भूकंप के झटके झारखंड के रांची, बिहार के बेगुसराय और गया समेत राज्य के कई शहरों में भी महसूस किए गए हैं. बंगाल के पाठकों ने भी बताया कि भूकंप के तेज झटकों ने लोगों को दहशत में डाल दिया है. आपको बता दें कि बिहार और झारखंड के कई जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए.
बिहार में भूकंप के झटके पटना,पूर्णिया,किशनगंज, मधेपुरा,सुपौल, मुंगेर,बांका,अररिया,भागलपुर,कटिहार,गोपालगंज,जमुई सहित कई जिलों में महसूस किए गए. सुबह का समय होने कारण लोग घरों में सो रहे थे. इसकी वजह से बहुत लोगों को भूकंप का झटका महसूस नहीं हुआ. लेकिन कई जगहों पर लोगों की नींद खुल गयी और वे घरों से बाहर निकल आए. भूकंप के कारण बिहार में किसी तरह के जान-माल की क्षति की कोई खबर नहीं मिली है. हालांकि इनसबके बीच हमारे किशनगंजकार्यायलसे मिली जानकारीके मुताबक जिले में एक बुर्जुग की मौत हो गयी. भूकंप का हल्लाहोने के दौरानवे घबड़ा गयेऔर कुछ देर के बाद हार्ड अटैक से उनकी मौत हो गयी. वहीं, झारखंड में रांची, देवघर, गुमला, चतरा और अन्य जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं.